Violence over Waqf Dispute मुर्शिदाबाद में 12 और गिरफ्तार, अब तक 150 गिरफ्तारी, इंटरनेट सेवा बंद
कोलकाता, 14 अप्रैल (एजेंसी)
Violence over Waqf Dispute पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में भड़की हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने रविवार को 12 और लोगों को गिरफ्तार किया। अब तक कुल 150 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने जानकारी दी कि फिलहाल जिले के किसी भी हिस्से से नई हिंसा की कोई सूचना नहीं है और हालात नियंत्रण में हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुटी, धूलियन, शमशेरगंज और जंगीपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बीती रात भी इन इलाकों में छापेमारी अभियान जारी रहा, जिसमें 12 और उपद्रवियों को पकड़ा गया। सभी को स्थानीय थानों में हिरासत में रखा गया है और पूछताछ की जा रही है।
क्या है मामला
शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा लागू वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ, जो जल्द ही हिंसा में बदल गया। सबसे अधिक उग्र प्रदर्शन मुर्शिदाबाद जिले में देखने को मिला, जहां उपद्रवियों ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी, सड़कें जाम कर दीं और सुरक्षाबलों पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार और केंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा, जिसमें कई लोग घायल हुए।
शनिवार को भी कुछ इलाकों में तनाव बना रहा। इस बीच, जाफराबाद (शमशेरगंज) इलाके में एक व्यक्ति और उसके बेटे की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान हरगोबिंद दास और चंदन दास के रूप में हुई है।
सुटी के साजूर मोड़ क्षेत्र में हुई झड़प में घायल 21 वर्षीय एजाज मोमिन ने भी शनिवार को दम तोड़ दिया। एजाज को शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान गोली लग गई थी।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, इंटरनेट सेवा बंद
पुलिस ने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एक साथ एकत्र होने पर रोक है।
इंटरनेट सेवाएं भी अगले आदेश तक बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। पुलिस और अर्धसैनिक बल लगातार मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच और संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
जांच जारी, और गिरफ्तारी की संभावना
पुलिस अधिकारी के अनुसार, “हिंसा की घटनाओं की जांच तेज कर दी गई है। अब तक कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा चुके हैं और कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स की भी जांच की जा रही है। जल्दी ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।” इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।