अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में मनाया जाएगा 21 दिन
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव : तीर्थों पर चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बैठक में 48 कोस के तीर्थों के जीर्णोद्धार के साथ आमजन को जोड़ने का सुझाव देते हुए ग्राम पंचायतों व प्रबुद्ध लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने तीर्थों पर चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकास भी विरासत भी' के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए ब्रज की 84 कोस परिक्रमा की तर्ज पर महाभारत धरा पर 48 कोस तीर्थों की यात्रा शुरू करने का भी संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड तीर्थों के जीर्णोद्धार के साथ उन पर वर्ष में महत्वपूर्ण पर्व व आयोजनों के दौरान कार्यक्रम आयोजित करे, ताकि लोगों का जुड़ाव तीर्थों के साथ बढ़े।
स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने जताया सीएम का आभार
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के भव्य आयोजन पर मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार जताया। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि वैश्विक स्तर पर गीता की शिक्षा और विचारों की महत्ता बढ़ी है। पूरा विश्व तनाव ग्रस्त है, पूरे विश्व में युद्ध का वातावरण बना हुआ है। परिवार, समाज और आपस द्वेष बढ़ रहा है, हर व्यक्ति समस्याओं में उलझा हुआ है। जिस तरह से भगवान श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को समस्या से निकाला था, उसी तरह अब गीता पूरे विश्व में समस्या समाधान बन रही है।
केडीबी चेयरमैन ने पेश की विस्तृत रिपोर्ट
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के तत्वाधान में राज्य सरकार ने गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया है। 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने तीर्थों पर चल रहे विकास कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की। उन्होंने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि हर तीर्थ को स्वच्छ व हरा-भरा के लिए केडीबी पूरी तरह तत्पर है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, अतिरिक्त प्रधान सचिव साकेत कुमार, केडीबी के सदस्य सचिव विकास गुप्ता, कुरुक्षेत्र उपायुक्त नेहा सिंह तथा केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंह प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।