Demand to Pay Salary - झज्जर जिला परिषद के ठेका सफाई कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
झज्जर, 3 जनवरी (हप्र ) : झज्जर में वेतन नहीं मिलने के चलते (Demand to Pay Salary) सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। नगर परिषद में सफाई ठेकेदार के पास काम करने वाले पांच दर्जन से ज्यादा कच्चे कर्मचारियों को पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिला है। कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने के कारण ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और नगर परिषद कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सफाई कर्मचारियों ने ठेकेदार पर पिछले दो महीने से वेतन नहीं देने के आरोप लगाए हैं।
Demand to pay salary on time : प्रभावित हो रहे हैं रोजमर्रा के कार्य
उनका कहना है कि हर बार उन्हें वेतन समय पर नहीं दिया जाता। उन्हें किसी तरह की कोई छुट्टी नहीं दी जाती। इतना ही नहीं रविवार के दिन भी काम करवाया जाता है। इसके बावजूद उन्हें छुट्टी के दिनों का वेतन भी नहीं मिलता। वेतन नहीं मिलने के चलते उनके रोजमर्रा के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। वे घर का किराया दने और बच्चों की स्कूल फीस देने में भी असमर्थ हैं। उन्होंने बताया कि नगर परिषद के अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसा हो रहा है।
स्थायी हड़ताल पर जाने की चेतावनी
ऐसे में कर्मचारियों ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर ठेकेदार के अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों को जल्द वेतन नहीं मिला तो नगर परिषद के तमाम कर्मचारी हड़ताल पर चले जायेंगे।
कर्मचारियों का कहना है कि वेतन नहीं मिलने के कारण आज सिर्फ ठेकेदार के अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों ने सांकेतिक हड़ताल की है। अब भी अगर इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला तो नगर परिषद के सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जायेंगे।
Demand to pay salary on time : ठेकाकर्मी भी हुए शामिल
शुक्रवार को धरने में ठेका सफाई कर्मचारियों के समर्थन में परिषद के अनुबंध पर रखे गए सफाई कर्मचारी भी आ डटे हुए। उन्होंने आरोप लगाया ठेकेदार ने टेंडर 80 कर्मचारियों को लिया हुआ है,जबकि मौके पर केवल पांच दर्जन सफाई कर्मचारी ही लगाए हुए है। उन्हें भी समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। उलटा विभाग के उच्चाधिकारी भी ठेकेदार के सुर में सुर मिलाते हुए दिख रहे हैं।
प्रधान शिवम चावरिया ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इन सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो फिर सभी कर्मचारी मिलकर एक बड़ा आंदोन छेड़ने को मजबूर होंगे।