चुनाव में अहम भूमिका होगी युवाओं की : मजीठिया
होशियारपुर, 7 सितंबर (निस)
शिरोमणि अकाली दल की जनहितैषी नीतियों से प्रभावित होकर विभिन्न दलों के युवा शिरोमणि अकाली दल में ही शामिल हो रहे हैं, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को और गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनेगी। ये विचार पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने अकाली दल के जिलाध्यक्ष (शहरी) जतिंदर सिंह लाली बाजवा के आवास पर आयोजित एक समारोह में युवा कांग्रेस नेता हरसिमरन सिंह हरजी बाजवा सहित उनके सहयोगियों को सम्मानित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री सोहन सिंह ठंडल और यूथ अकाली दल के महासचिव सरबजोत सिंह साबी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में न तो अपना कोई वादा पूरा किया और न ही विकास कार्यों पर ध्यान दिया, जिससे समाज का हर वर्ग सरकार से दुखी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तीन धड़ों में बंटी हुई है और विवादों में घिरी हुई है। उन्होंने कहा कि विकास कार्य दूर का सपना है लेकिन अब से कांग्रेस के नेता अपनी-अपनी सीटों को सुरक्षित करने की होड़ में हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अकाली दल के नेतृत्व वाली सरकार बनने के साथ ही पार्टी द्वारा प्रस्तावित 13 सूत्रीय एजेंडे को लागू किया जाएगा। इस अवसर पर जतिंदर सिंह लाली बाजवा जिलाध्यक्ष (शहरी) ने हरजी बाजवा और उनके सहयोगियों का अकाली दल में शामिल होने का स्वागत किया और कहा कि यह अकाली दल को और मजबूत करेगा। इस अवसर पर प्रेम सिंह पिपलावाला, रूप लाल थापर, हरमिंदर सिंह बाजवा, यादविंदर सिंह, दिलशेर दियो, अनुरीत धामी, सुरिंदर सरपंच लम्मे, गुरप्रीत कोहली, जसपाल कोहली आदि भी मौजूद थे।
किसान संघर्ष को पूरा समर्थन : बिक्रम
अकाली दल कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए किसानों के संघर्ष का पूरा समर्थन कर रहा है। मुजफ्फरनगर के किसान महापंचायत में लाखों किसानों की सभा ने यह साबित कर दिया है कि किसान किसी भी तरह से झुकेंगे नहीं, लेकिन तीन कानूनों को खत्म करने तक संघर्ष जारी रखेंगे। बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि अकाली दल ने हमेशा राज्य और पंजाबियत की रक्षा के लिए बलिदान दिया है और अब भी अकाली दल राज्य की बेहतरी के लिए पीछे नहीं हटेगा। न्होंने कहा कि जहां केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं कर किसानों के साथ विश्वासघात किया है, वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में प्रदेश के किसानों को करीब 1000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है। अब सरकार ने गन्ने की कीमत 360 रुपये तय कर किसानों के साथ मजाक किया है।