युवा बनेंगे उद्यमी, 200 करोड़ का वेंचर केपिटल फंड
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 23 फरवरी
प्रदेश के युवा भी अब उद्यमी बन सकेंगे। युवाओं को उद्योग लगाने में सरकार वित्तीय मदद करेगी। इसके लिए बजट में 200 करोड़ रुपये का वेंचर केपिटल फंड तय किया है। सरकार बैंकों और वित्तीय संस्थानों के सहयोग से भी उद्यमों के लिए युवाओं की मदद करेगी। इसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। योजना के तहत स्टार्टअप उद्यमियों को ऋण व इक्विटी के माध्यम से सरकार वित्तीय मदद करेगी। गरीबों व महिलाओं के अलावा अनुसूचित जाति के युवाओं को भी इसमें तवज्जो मिलेगी। यह फंड उन युवाओं को उद्यमी बनाने में सहयोग करेगा, जिनकी परियोजना लागत पांच करोड़ रुपये तक है। इसी साल से इस योजना को शुरू करने का निर्णय भी सरकार ने लिया है।
वहीं दूसरी ओर, श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (एचआईडीबीआई) के सहयोग से ‘सुपर-30’ उद्यमिता विकास कार्यक्रम शुरू किया है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छह महीने के पाठ्यक्रम के लिए सघन चयन प्रक्रिया के माध्यम से नवीन व्यावसायिक विचारों और कौशल वाले 30 प्रतिभागियों का चयन करना है। प्रदेश सरकार ने राज्य के औद्योगकि प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में भी मार्केट डिमांड के हिसाब से नये कोर्स शुरू किए हैं।
यमुनानगर के प्रताप नगर और पंचकूला के कनौली गांव में स्थापित की गई आईटीआई में एडमिशन शुरू किए जा चुके हैं। छह नई आईटीआई का काम भी पूरा हो चुका है और इनमें इस साल से दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी। इनमें फरीदाबाद के मोहना, सेक्टर-18, सिकरोना व तिगांव तथा महेंद्रगढ़ जिला की सेहलंग और सतनाली आईटीआई शामिल हैं।
छह गांवों में स्थापित की जाएंगी नयी आईटीआई
मनोहर सरकार ने अगले साल में राज्य में छह और नई आईटीआई स्थापित करने का निर्णय लिया है। सिरसा के जीवन नगर, हिसार के सियाय, जींद के पेगा, कुरुक्षेत्र के शाहबाद व बसंतपुर तथा करनाल के इंद्री में मॉडर्न आईटीआई स्थापित होंगी। सरकार ने पहले से चल रही आईटीआई में आधुनिक उपकरणों का प्रबंध भी करने की योजना बनाई है।