युवा बोले- अफसरों पर हुक्म चलाने वाले नेता हों शिक्षित
मोहाली 1 जून (हप्र)
पहली वोट डालने पहुंचे मोहाली के युवा मतदाता काफी उत्साहित रहे। ज्यादातर मतदाता सुबह सुबह ही वोटिंग के लिए पहुंच गए थे। पहले वोट डाली, फिर सेल्फी ली और फिर लिया आइसक्रीम का आनंद। हां, यह अलग बात है कि इन युवा मतदाताओं का नजरिया लोगों से जरा हटकर है। जब इनसे बातचीत की गई तो बोले, अब ज्यादातर आबादी शिक्षित है, इसलिए कम से कम हमारे देश की सत्ता जिनके हाथ में हो वह निश्चित तौर पर शिक्षित होने चाहिए। जिससे कि आईएएस और पीसीएस जैसे महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारियों को यदि वह आदेश दें तो उनमें किसी प्रकार की हीन भावना न हो।
3बी1 के पोलिंग बूथ पर अपना पहला वोट डालने पहुंची रीवा ने कहा कि वह मतदान को लेकर काफी उत्साहित थीं। उन्होेंने कहा कि उन्होंने चुनाव में उतरे प्रत्याशियों की पूरी सूची बनाई थी, उसमें सारी डिटेल निकाली और उनकी परफारमेंस देखी, उसमें से जो बेस्ट लगा उसको ही वोट दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में शिक्षा, रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखते हुए मतदान किया है। फेज-7 मोहाली के सरकारी स्कूल में अपना वोट डालने पहुंचे ध्रुव शर्मा ने कहा कि उनका वोट एजुकेशन सिस्टम को बेहतर करने की दिशा में गया है। पंजाब में एजुकेशन सिस्टम को ज्यादा बेहतर करने की आवश्यकता है, इसी से पंजाब को नई दिशा मिलेगी। इसी वजह से उन्होंने सभी उम्मीदवारों का आकलन करने के बाद ही अपना वोट दिया है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर एजुकेशन में बदलाव ही सिस्टम में बदलाव लाएगा। मोहाली फेज-7 के सूयंश भारद्वाज ने कहा कि नेताजी चुनाव के दौरान अपने साथियों के साथ प्रचार करते हैं। कुर्सी मिली नहीं कि माननीय जनता से दूर। जनता उनको काटने लगती है। समझ नहीं आता कि साहब को नेता क्यों बनना था, वो जनता के लिए लड़ रहे थे कि अपने ऐशो आराम के लिए। ऐसा कौन सा डर है जो कुर्सी संभालने के बाद उनमें आ जाता है। मेरा वोट उसको गया है जो पब्लिक के बीच रहकर उसकी बात सुने। मोहाली में पहली बार अपनी वोट डालने आए जगमन सिंह ने कहा कि लोकतंत्र के इस त्योहार को मनाने के लिए वह काफी ज्यादा उत्साहित थे, इसकी वजह है कि वह भी यूथ को ज्यादा से ज्यादा रोजगार करते देखना चाहते हैं।
बहलोलपुर में पहली बार वोट डालने पहुंचे जतिन राणा ने कहा कि यह उनका पहला वोट है और उनको उम्मीद है कि उनका एक वोट बदलाव लाएगा। इसकी वजह है कि उन्होंने यह वोट प्रचार प्रसार को देखकर नहीं डाली बल्कि रिसर्च करने के बाद डाली है, उनको पार्टी से मतलब नहीं है, उनको चाहिए वो जो कि देश की शिक्षा, जीडीपी को वास्तविकता में आगे ले जाए। पंजाब को संपन्नता की ओर ले जाए।