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युवा महोत्सव युवाओं में प्रतिभा को तलाशने का माध्यम : डॉ. राजबीर

07:47 AM Jan 29, 2024 IST
युवा महोत्सव युवाओं में प्रतिभा को तलाशने का माध्यम   डॉ  राजबीर
करनाल में रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते युवा कलाकार। -हप्र
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करनाल, 28 जनवरी (हप्र)
डीएवी पीजी कॉलेज में आयोजित 44वें इंटर जोनल यूथ फेस्टिवल के दूसरे दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद डीपी वत्स ने मुख्य अतिथि के रूप से शिरकत की। उसी समय कार्यक्रम में योजना विभाग के निदेशक डॉ. राजबीर भारद्वाज तथा डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. एआर चौधरी, सास्कृतिक एवं युवा कार्यक्रम विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र डॉ. महासिंह पुनिया विराजमान थे। मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों का डीएवी पीजी कॉलेज प्रबंधक समिति के पूर्व प्रधान रमेश वर्मा, सदस्य एडवोकेट विजय पाल तथा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। डॉ. रामपाल सैनी ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यसभा सांसद डीपी वत्स ने कहा कि युवा महोत्सव एक उत्सव है, जो युवाओं में ऊर्जा भरता है। उन्होंने कहा महोत्सव में नृत्य का बहुत अधिक महत्व है, जो मनोरंजन के साथ-साथ शरीर को भी फिट रखता है। साथ ही संगीत मन को आनंदित कर उमंग प्रदान करता है। इसलिए युवाओं को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए। योजना विभाग के निदेशक डॉ. राजबीर भारद्वाज ने कहा कि यूथ फेस्टिवल युवाओं की प्रतिभा को तराशने का माध्यम है। समाज में सांस्कृतिक गतिविधियों का होना जरूरी है, जिससे राष्ट्र निर्माण में मदद मिलती है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. एआर चौधरी ने कहा कि विश्व में भारत का कीर्तिमान स्थापित करने के लिए युवाओं को संस्कृति से जुड़ना होगा। डीएवी पीजी कॉलेज प्रबंधन समिति के सदस्य एडवोकेट विजयपाल ने कहा कि युवाओं को वैदिक संस्कृति से जोड़ने में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। इंटर जोनल यूथ फेस्टिवल के सायंकालीन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में कुरुक्षेत्र विवि के रजिस्टार डॉ. संजीव शर्मा विराजमान रहे।
युवा महोत्सव के दूसरे दिन रशिया ग्रुप डांस, हरियाणवी नाटिका, हिंदी नाटक, ग्रुप डांस जनरल, एकल अभिनय, मिमिक्री, इंडियन आरकेस्ट्रा, माईम, ग्रुप सांग हरियाणवी, ग्रुप सांग जनरल, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो, फोक इंस्ट्रूमेंटल सोलो, सांग, क्ले माडलिंग, कार्टूनिंग, कोलाज, मेहंदी, कविता पाठ प्रतियोगिता संस्कृत विधाओं पर विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति दी। जयमल फत्ता के सांग की प्रस्तुति ने दर्शकों को सोचने पर मजबूर किया।
इस मौके कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के आब्जर्वर डॉ. अशोक चौधरी, विश्वविद्यालय सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष डॉ. संदीप कंधवाल, डॉ. ज्ञान चहल, एसडी कॉलेज पानीपत के प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा, आईजीएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कुशलपाल, प्रोफेसर हरपाल सिंह, डॉ. सुनील गुप्ता, डॉ. रामनिवास, प्राचार्य डॉ. अनीता जून, राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता प्रेम सिंह देहाती, लोक गायन कलाकार गुलाब सिंह खंडवाल, पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक आकाशवाणी धर्मपाल मलिक सहित बेहतरीन निर्णायक दल, कलाकार, संगीतकार मौजूद रहे।

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