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लापरवाही की कीमत
बरेली की रामगंगा नदी पर तीन युवकों की मौत का कारण गूगल द्वारा निर्देशित रास्ता बताया जा रहा है। गूगल के निर्देशानुसार अधूरे पुल पर चल रही कार नदी में गिर गई। घटना के बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर और गूगल अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुल निर्माण करने वाली संस्था की जिम्मेदारी थी कि निर्माणाधीन पुल पर दिशा-निर्देश, नोटिस और सुरक्षा इंतजाम किए जाते। गूगल को जीपीएस के माध्यम से चेतावनी देनी चाहिए थी। यह घटना दिखाती है कि अधिकारियों की लापरवाही की कीमत तीन युवाओं ने अपनी जान देकर चुकाई है।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली
कीमती समय की बर्बादी
इस बार के संसद सत्र में अडाणी ग्रुप को लेकर हंगामा करने वाले सांसदों से सवाल है कि उन्होंने अपने आसपास के भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कभी आवाज क्यों नहीं उठाई? अडाणी को मोहरा बना कर संसद का कीमती समय बर्बाद करना गलत है। लोकतंत्र का मंदिर अब राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है। सांसदों को यह समझना चाहिए कि उनका वेतन जनता के खून-पसीने की कमाई से आता है, और हर सत्र में खर्च होने वाली सरकारी राशि का सही इस्तेमाल होना चाहिए। बिना किसी उद्देश्य के सत्र का समय बर्बाद करना सरकारी धन की हानि है।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर
महिलाओं का आशीर्वाद
‘जनादेश का संदेश’ संपादकीय ट्रिब्यून 25 नवंबर पढ़ा। मध्य प्रदेश के बाद महाराष्ट्र, बहनों के आशीर्वाद से चुनाव जीतने वाला दूसरा राज्य बन गया है। हालांकि, महाराष्ट्र में मुकाबला कड़ा और कांटे का था, और विपक्ष को बहुमत न सही, लेकिन कम से कम पर्याप्त सीटों की उम्मीद थी। लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने ‘माझी लाड़की बहीण’ योजना के नाम पर विपक्ष की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब यह लगने लगा है कि सत्ता की चाबी जनता की बजाय महिलाओं के हाथ में है। सरकार को जनकल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए।
अमृतलाल मारू, इंदौर, म.प्र.