For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

आपकी राय

07:51 AM Jun 07, 2024 IST
आपकी राय
Advertisement

क्रोध पर नियंत्रण

आजकल ज़्यादातर लोगों में क्रोध भाव को देखा जा सकता है। वहीं दो मिनट का ग़ुस्सा रिश्तों को खराब कर देता है। डॉक्टरों की मानें तो ग़ुस्सा करने से अवसाद, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसी बीमारियां हो जाती हैं। ज़्यादातर मामलों में देखा जाता है कि किसी व्यक्ति को ग़ुस्सा तब आता है जब वह खुद को अपमानित महसूस करता है। मनुष्य काे अपने ग़ुस्से पर नियंत्रण करना बहुत ज़रूरी है| ग़ुस्सा आने पर व्यक्ति को अपना मन किसी और काम में लगाना चाहिए। व्यक्ति को ग़ुस्सा आने वाली बात को एक पेज पर लिख कर फेंक देना चाहिए, उससे ग़ुस्सा कम होगा।
सौरभ बूरा, जीजेयू, हिसार

Advertisement

सम्मान व मुआवजा मिले

सात चरणों में संपन्न हुआ लोकसभा चुनाव जिसमें करीब 65 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया। ये प्रमाण है कि भारत में लोकतंत्र मजबूत है। लेकिन अप्रैल-मई में तेज गर्मी के कारण मतदान कर्मियों की मृत्यु भी एक दुखद पहलू रहा है। कुल मिलाकर 58 कर्मचारियों की मृत्यु हुई। केंद्र सरकार द्वारा इनको शहीद का दर्जा देते हुए उचित मुआवजा दिया जाए। इस तरह का दुखद घटनाक्रम दुबारा न हो, चुनाव आयोग को जरूर पहल करनी होगी।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली

सकारात्मक सोच

‘उन्नति के शिखर तक पहुंचाती है सकारात्मक सोच’ कुरुक्षेत्र में चल रहे एक शिविर में गुरुकुल के प्राचार्य ने यह बिल्कुल सही बात कही। आज युवा विफलताओं से डर और घबरा कर तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। अगर सभी लोग सकारात्मक सोच रख जिंदगी में आगे बढ़ने का भरसक प्रयास करें और खुश रहें तो निश्चित ही सफलता उनके कदम चूमेगी। सकारात्मक सोच न केवल उम्मीद जगाती है बल्कि इंसान का मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी बनाए रखती है।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली

Advertisement

Advertisement
Advertisement