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आपकी राय

06:39 AM Jan 11, 2024 IST
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समुद्र में शौर्य

भारतीय जवानों की कार्यशैली काबिले तारीफ है। सीमा के साथ ही जल क्षेत्र में भी मजबूती के साथ अपना कदम बढ़ाती सेना ने अरब सागर में जो जोश दिखाया है वह दुनिया को चकित करने वाला है। भारतीय जहाजों पर हमले के नाकाम प्रयास के बाद लाल सागर में साइबेरिया मालवाहक जहाज जिसमें भारतीय चालक शामिल थे, समुद्री लुटेरों से मुक्त करा कर मार्कोस कमांडो ने अपनी ताकत का परिचय दिया है। इन प्रयासों के लिए जवानों की तारीफ करनी होगी जो जान की परवाह किए बिना बखूबी अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।
अमृतलाल मारू, इन्दौर, म.प्र.

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आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन

आज देश आत्मनिर्भर बन गया है। सेना को दिए जाने वाले हथियारों को स्वदेश में ही निर्मित किया जा रहा है। परिवहन विमान, मिसाइल सिस्टम, राडार, सिम्युलेटर बख्तरबंद वाहन, रॉकेट लॉन्चर, गोला बारूद जैसे आर्म्स निर्यात हो रहे हैं। देश हथियार निर्माता बनकर आज निर्यात भी कर रहा है। थलसेना में आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा रहा है। वहीं वायुसेना और नौसेना की टारगेट क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार पूरा सहयोग कर रही है। हथियारों का निर्यात 15290 करोड़ हो गया है। दुनिया में भारत 85 देशों को हथियार निर्यात कर रहा है। यह नए भारत की पहचान है।
कांतिलाल मांडोत, सूरत

आस्था की बात

प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को सलाह दी है कि वे आस्था की बात जरूर करें लेकिन आक्रोशित न हों। 22 जनवरी अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा पर चर्चाओं का शोर भी दिखाई देता है। ऐसे में यह टिप्पणी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है कि सरकार की तरफ से कोई ऐसी बात न कही जाए जिस पर वाद-विवाद और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चले। इस समय विश्व की निगाह भी अयोध्या पर टिकी है। वहीं भारत की प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दलों को संयम से काम लेना होगा।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली

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