मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

Year Ender 2024 : रहस्यमय धमाके, सिलसिलेवार बम धमकियां, जबरन वसूली की शिकायतों ने छकाया

03:12 PM Dec 26, 2024 IST

नई दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा)

Advertisement

राष्ट्रीय राजधानी के स्कूलों, अस्पतालों और हवाई अड्डों को बम से उड़ाने की सिलसिलेवार धमकियों, दो रहस्यमय धमाकों और जबरन वसूली के लिए कारोबारियों को कॉल किए जाने की घटनाओं में वृद्धि ने इस पूरे साल दिल्ली पुलिस की नाक में दम किए रखा।

गिरोहों के बीच वर्चस्व के लिए खौफनाक संघर्ष ने इस साल खतरनाक रूप लिया और इसके चलते इस साल कई लक्षित हत्याओं के मामले सामने आए। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को देश की ‘‘गैंगस्टर राजधानी'' तक करार दिया। स्कूलों, अस्पतालों और विमानन कंपनियों सहित विभिन्न संस्थानों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल भेजे जाने का सिलसिला इस साल मई में शुरू हुआ था। अकेले दिसंबर में ही 100 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियां मिलीं, हालांकि सभी महज अफवाह साबित हुईं। लेकिन, धमकी भेजने वालों का कुछ पता नहीं चल पाया। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, ‘वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क' (वीपीएन) के जरिए भेजे गए धमकी भरे ईमेल की जांच पुलिस के लिए एक बड़ी ‘‘चुनौती'' बनी हुई है।

Advertisement

पुलिस को धमकियों के मामलों को सुलझाने में ही एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा था, वहीं अक्टूबर और नवंबर में रोहिणी के प्रशांत विहार में हुए दो रहस्यमय धमाकों ने उसकी चुनौती को और बढ़ा दिया। धमाकों के बारे में पता लगाने के लिए उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच, कारोबारियों के घरों, कार शोरूम और मिठाई तथा आभूषण की दुकानों के बाहर गोलीबारी के साथ-साथ जबरन वसूली के लिए कॉल आने की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई।

अधिकांश गिरोह के सरगनाओं द्वारा जेल के भीतर से अपने कामकाज को अंजाम दिए जाने या उनमें से कइयों के विदेश में रहने के कारण ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाना दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। पुलिस ने 10 अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जबरन वसूली के लिए कॉल करने, व्यापारियों को धमकी देने, गोलीबारी करने और हत्याओं को अंजाम देने में संलिप्त 11 गिरोहों की पहचान की। इन गिरोहों में लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़, हिमांशु भाऊ, कपिल सांगवान उर्फ ​​नंदू, मंजीत महल, नीरज बवाना और हाशिम बाबा जैसे अन्य गिरोह शामिल हैं।

इन्हीं सब घटनाओं के बीच गैंगवार के बाद पश्चिमी दिल्ली में 18 जून को ‘बर्गर किंग' के ‘आउटलेट' के भीतर 26 वर्षीय युवक की निर्मम हत्या कर दी गई और यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हालांकि, पुलिस ने एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। पता चला कि महिला ने युवक को मोह-पाश में फंसाया था जिसके बाद हत्या को अंजाम दिया गया। इसके अलावा, पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत में एक मुठभेड़ में तीन कथित शूटर को मार गिराया।

गिरोहों के बीच आपसी लड़ाई की एक अन्य घटना में, 14 जुलाई को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती एक मरीज की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया। बाद में पुलिस को पता चला कि यह गलत पहचान का मामला था और हाशिम बाबा गिरोह के शूटरों को पकड़ लिया गया। दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में 14 सितंबर को लॉरेंस बिश्नोई-हाशिम बाबा गिरोह ने 35 वर्षीय जिम संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जाता है कि जिम संचालक प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सरगना का सहयोगी था।

इस बीच, दो गैंगस्टर की शादी भी सुर्खियों में रहीं। बिश्नोई के सहयोगी जेल में बंद अपराधी संदीप उर्फ ​​काला जठेड़ी ने 12 मार्च को पुलिस की निगरानी में अनुराधा चौधरी उर्फ ​​‘रिवॉल्वर रानी' से शादी कर ली। इसके कुछ दिनों बाद, गैंगस्टर योगेश दहिया उर्फ ​​टुंडा ने 15 मार्च को पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी इलाके में एक मंदिर में पुलिसकर्मियों की निगरानी में शादी की। लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर गृह मंत्री अमित शाह का एक ‘‘डीपफेक'' वीडियो साझा किए जाने के संबंध में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने तेलंगाना से कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक अरुण रेड्डी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उन्हें गिरफ्तार किया।

नांगलोई में 29 सितंबर को पुलिस कांस्टेबल संदीप और गोविंदपुरी में 23 नवंबर को पुलिस कास्टेंबल किरणपाल की हत्या ने पुलिस को गहरा झटका दिया। हालांकि, दोनों ही मामलों में पुलिस ने हमलावरों को पकड़ लिया। इस साल के अंत में, शीतकालीन सत्र के दौरान संसद परिसर में विपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों के बीच ‘धक्का-मुक्की' की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज किया। यह मामला अपराध शाखा को सौंपा जा चुका है और जांच जारी है। कुल मिलाकर यह साल दिल्ली पुलिस के लिए काफी व्यस्तता भरा रहा।

Advertisement
Tags :
Crime NewsDainik Tribune newsDelhi Crime Newsdelhi newsHindi Newslatest newsWelcome 2025Year 2025Year Ender 2024दैनिक ट्रिब्यून न्यूजहिंदी न्यूज