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लेखकों को इतिहास में भी रूचि लेनी चाहिए : कमांडेंट  रछपाल

07:20 AM Jul 18, 2024 IST
लेखकों को इतिहास में भी रूचि लेनी चाहिए   कमांडेंट  रछपाल
लेखक मंच समराला द्वारा गुलज़ार सिंह संधू के उपन्यास ‘गोरी हिरनी’ पर की गई गोष्ठी का दृश्य। -निस
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समराला, 17 जुलाई (निस)
लेखक मंच समराला द्वारा प्रसिद्ध साहित्यकार गुलज़ार संधू के लिखे उपन्यास ‘गोरी हिरनी’ पर किंडर गार्टन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खन्ना रोड समराला में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें अध्यक्ष मंडल में उपन्यासकार गुलज़ार सिंह संधू, सुरजीत कौर संधू, पंजाब आर्ट काउंसिल के चेयरमैन स्वर्णजीत सवी, कहानीकार तेलू राम कोहाड़ा, उपन्यासकार राम सरूप रिखी शामिल हुए। मुख्य अतिथि के रूप में कमांडेंट रछपाल सिंह (संरक्षक भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट समराला) ने शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सुवर्ण सिंह विर्क और कहानीकार दलजीत शाही शामिल हुए। मुख्य अतिथि कमांडेंट रछपाल सिंह ने कहा कि हमारा इतिहास बहुत गौरवमयी है। लेखकों को लिखने के साथ-साथ इतिहास पढ़ने में भी दिलचस्पी लेनी चाहिए।
नाटककार राजविंदर समराला द्वारा स्वागत करने के बाद सुवर्ण सिंह विर्क ने उपन्यास के बारे में बात करते हुए कहा कि युद्ध से कभी निर्माण नहीं होता, बल्कि हमेशा विनाश होता है। युद्ध जीवन को खंडहर बनाते हैं, अनाथालय देते हैं। हिटलर और मुसोलिनी की सोच रखने वालों को हमेशा पीछे मुड़ना पड़ता है। आलोक वर्मा और जयपाल अंबाला ने उपन्यास पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय में हमारे देश में जिस तरह की सेनाएं बन रही हैं, वे भविष्य में देश के लिए घातक हैं।

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