गौ सेवा आयोग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग
तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 3 मई
एक निजी एजेंसी द्वारा 2 स्वस्थ गायों को धारूहेड़ा की बड़ी गौशाला में छोड़े जाने व इन दोनों गायों के लापता होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इनमें से एक गाय को तावड़ू गुरुग्राम से बरामद किया गया है तो दूसरी को मरने पर दफन करने की बात सामने आई है।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि इन दोनों गायों का असल मालिक इन्हें तलाश करता हुआ जब धारूहेड़ा गौशाला पहुंचा तो उक्त मामले का पर्दाफाश हुआ। इस मामले को लेकर अब राजनीति गर्माने लगी है और भाजपा के वरिष्ठ नेता वीर कुमार यादव ने गौ सेवा आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखकर इस संवेदनशील मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
धारूहेड़ा की नन्दू गौशाला पहले भी विवादों में रही है। यहां सैकड़ों गौ वंश को रखा गया है। इस गौशाला में गौ वंश के साथ हो रही कथित लापरवाही ने लोगों की संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है। ताजा घटनाक्रम के अनुसार 19 अप्रैल को रेवाड़ी नगर परिषद क्षेत्र से दो स्वस्थ गायों को निजी एजेंसी द्वारा पकड़कर उक्त गौशाला में छोड़ा गया था। गायों के मालिक योगेश को जब पता लगा तो उन्होंने गाय वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी। लेकिन गौशाला प्रबंधक ने नगर परिषद कमिश्नर के निर्देश का हवाला देकर गाय लौटाने से इनकार कर दिया। स्थिति उस समय संदिग्ध हो गई जब 25 अप्रैल को गौशाला प्रबंधन ने एक गाय के मर जाने व उसे दफन कर देने की जानकारी गाय मालिक योगेश को दी। लेकिन प्रबंधन ने न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट दी और न ही दफन स्थान की पुष्टि की। जब इस मामले की जानकारी गौ प्रेमियों को मिली तो जो तथ्य निकलकर सामने आये, उसने सभी को चौंका दिया। पता चला कि एक गाय को तावड़ू भेज दिया गया था। लोगों के भारी विरोध के चलते उस गाय को तावड़ू से वापस लाया गया। लेकिन दूसरी गाय का अभी तक कोई अता-पता नहीं है। रेवाड़ी के वरिष्ठ भाजपा नेता वीर कुमार यादव ने इस मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए शनिवार को गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग से फोन पर बात की और एक विस्तृत पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया। उन्होंने गौ वंश की मृत्यु, स्थानांतरण व रिकार्ड प्रबंधन में हुई लापरवाहियों की गहन जांच की मांग की है। साथ-साथ गौशाला को प्राप्त चंदे व आर्थिक लेन-देन का विशेष ऑडिट कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पालिका चेयरमैन बोले
धारूहेड़ा नगर पालिका के चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने भी इस मामले काे गंभीर बताते हुए वीर कुमार यादव से बात की और गौ सेवा आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। इस पूरे घटनाक्रम में जहां प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है, वहीं आम जन की भावना भी आहत हुई है। अब देखना यह है कि आयोग इस प्रकरण में कितनी जल्दी व कठोर कार्रवाई करता है।