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वाह ‘शक्ति’ वाह... 5 भारतीयों ने जीते ग्रैमी

07:59 AM Feb 06, 2024 IST
वाह ‘शक्ति’ वाह    5 भारतीयों ने जीते ग्रैमी
लॉस एंजिलिस में रविवार को ग्रैमी अवार्ड के साथ शक्ति ग्रुप के शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन, जाकिर हुसैन और सेल्वागणेश विनायकराम। -प्रेट्र
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नयी दिल्ली, 5 फरवरी (एजेंसी)
संगीत की दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित ग्रैमी अवॉर्ड्स में इस साल भारत ने अपना जलवा बिखेरा है। रविवार रात लॉस एंजिलिस में आयोजित समारोह में मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन और बांसुरी वादक राकेश चौरसिया समेत पांच भारतीय संगीतकारों ने पुरस्कार जीते हैं। हुसैन ने तीन ग्रैमी अपने नाम किये, जबकि राकेश चौरसिया ने दो पुरस्कार जीते। जाकिर हुसैन, गायक शंकर महादेवन, वायलिन वादक गणेश राजगोपालन, तालवादक सेल्वागणेश विनायकराम और ब्रिटिश गिटार वादक जॉन मैकलॉघलिन के फ्यूजन संगीत समूह ‘शक्ति’ ने ‘दिस मूमेंट’ के लिए सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत एल्बम की श्रेणी में 2024 का ग्रैमी पुरस्कार जीता। ‘शक्ति’ का 45 से अधिक वर्षों में पहला स्टूडियो एल्बम ‘दिस मूमेंट’ जून 2023 में रिलीज किया गया था।
जाकिर हुसैन ने ‘पश्तो’ के लिए सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत प्रस्तुति और ‘एज वी स्पीक’ के लिए सर्वश्रेष्ठ समसामयिक वाद्य एल्बम का ग्रैमी पुरस्कार भी जीता। सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत प्रस्तुति की श्रेणी में आठ नामांकन थे, जिसमें फालू का गीत ‘अबन्डंस इन मिलेट्स’ भी शामिल था। इस गीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिखायी दिए हैं।
महान बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया के भतीजे राकेश चौरसिया ने अमेरिका के बेंजो वादक बेला फ्लेक और अमेरिकी बास वादक एडगर मेयेर के साथ ‘पश्तो’ और ‘एज वी स्पीक’ के लिए दो ग्रैमी पुरस्कार जीते।

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दुनिया का दिल जीता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हुसैन, महादेवन, चौरसिया, सेल्वागणेश और गणेश राजगोपालन को इस शानदार सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘संगीत के प्रति आपकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण ने दुनिया भर में दिल जीता है। भारत को गर्व है।’ जाने-माने संगीतकार एआर रहमान ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘भारत के लिए ग्रैमी में बरसात हो रही है... ग्रैमी विजेताओं उस्ताद जाकिर हुसैन (तीन ग्रैमी), शंकर महादेवन (पहला ग्रैमी) और सेल्वागणेश (पहला ग्रैमी) को बधाई।’ तीन बार के ग्रैमी विजेता रिकी केज ने कहा, ‘वाह... यह ग्रैमी में पूरी तरह से भारत का वर्ष है। वाह... राकेश चौरसिया, शंकर महादेवन, गणेश राजगोपालन, सेल्वागणेश विनायकराम और उस्ताद जाकिर हुसैन... भारत सही में चमकता सितारा है!! रोमांचक!! एक ही साल में पांच भारतीयों ने ग्रैमी पुरस्कार जीते हैं। उस्ताद जाकिर हुसैन ने एक ही रात में तीन ग्रैमी पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया। राकेश चौरसिया ने दो पुरस्कार जीते हैं। यह ग्रैमी में भारत के लिए बड़ा साल है।’

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