श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में संकष्टी चतुर्थी का पूजन
कुरुक्षेत्र (हप्र)
मारकंडा नदी के तट पर स्थित श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में संकष्टी चतुर्थी के अवसर पर अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सानिध्य में संतों द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ भगवान शिव पार्वती नंदन श्री गणेश का पूजन किया गया। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म में भगवान शिव पार्वती के पुत्र श्री गणेश जी को सभी देवी-देवताओं में प्रथम पूजनीय माना जाता है। कोई भी शुभ कार्य करने से पहले भगवान श्री गणेश जी की आराधना की जाती है। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि भगवान श्री गणेश जी संकट मोचन विघ्नहर्ता हैं। कोई भी परेशानी अड़चन भगवान गणेश की आराधना करने से दूर हो जाती है। गणपति जी को दूर्वा अधिक प्रिय है। इसलिए श्रीगणेश जी का पूजन करते समय उन्हें सफेद या हरी दूर्वा चढ़ाना चाहिए। दूर्वा की फुनगी में तीन या पांच पत्ती होना चाहिए। जिससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।