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World News : इस्राइल और हिज्बुल्ला के बीच संघर्ष विराम

06:42 AM Nov 28, 2024 IST
world news   इस्राइल और हिज्बुल्ला के बीच संघर्ष विराम
संघर्ष विराम की घोषणा के बाद लेबनान सीमा के पास ट्रैफिक। - रॉयटर्स
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यरुशलम, 27 नवंबर (एजेंसी)
इस्राइल और हिज्बुल्ला के बीच लेबनान में बुधवार सुबह संघर्ष विराम शुरू हो गया। इसके कुछ घंटे बाद लंबे समय से विस्थापित दक्षिण लेबनान के निवासी जश्न के बीच अपने घरों को लौटने लगे। हालांकि, इस्राइल और लेबनान की सेना ने क्षेत्र के निवासियों को अभी दक्षिणी लेबनान के कुछ क्षेत्रों में न लौटने की चेतावनी दी थी। यह संघर्ष विराम समझौता गाजा में लागू नहीं हुआ है, जहां हमास अब भी कई लोगों को बंदी बनाए हुए है।
अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता में हुए समझौते को मंगलवार को इस्राइल ने मंजूरी दी थी। इसके अनुसार, हिज्बुल्ला को दक्षिणी लेबनान में हथियार डालने होंगे, जबकि इस्राइली सैनिकों को सीमा पर अपने क्षेत्र में लौटना होगा। लेबनान के दक्षिणी हिस्से में लेबनान के हजारों अतिरिक्त सैनिक और संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक तैनात किए जाएंगे। अमेरिका की अगुवाई वाली एक अंतर्राष्ट्रीय समिति समझौते के अनुपालन की निगरानी करेगी। इस्राइल का कहना है कि अगर हिज्बुल्ला समझौते की शर्तों का उल्लंघन करता है तो वह उस पर हमला करने का अधिकार रखता है। संघर्ष विराम शुरू होने से एक दिन पहले इस्राइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत सहित विभिन्न क्षेत्रों में हवाई हमले किए थे। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, देश भर में हुए इन हमलों में कम से कम 42 लोग मारे गए।

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भारत ने किया स्वागत

नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत ने इस्राइल और लेबनान के बीच संघर्षविराम का बुधवार को स्वागत किया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘हमने हमेशा तनाव कम करने, संयम बरतने, बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया है। हमें उम्मीद है कि इन घटनाक्रमों से व्यापक क्षेत्र में शांति और स्थिरता आएगी।’

भारत, यूरोपीय संघ ने यूक्रेन में स्थायी शांति पर बल दिया

भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने तीन बैठक कर द्विपक्षीय सहयोग का व्यापक मूल्यांकन किया, एफटीए वार्ता की समीक्षा की और यूक्रेन में व्यापक, न्यायसंगत एवं स्थायी शांति की आवश्यकता को रेखांकित किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और ईयू ने स्वतंत्र, समावेशी, शांतिपूर्ण और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता दोहराई।

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