सोलन में गजल के स्वरूप पर कार्यशाला
सोलन, 25 सितंबर (निस)
भंडारी अदबी ट्रस्ट पंचकूला के तत्वावधान में यहां बज्म-ए-मुशायरा व गजल के स्वरूप पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व हिमाचल के नामी शायरों ने भाग लिया।
कार्यशाला के समापन समारोह के अवसर पर ट्राईसिटी चंडीगढ़ के जानेमाने शायर श्रीराम अर्श ने कहा कि गज़ल एक ऐसी विधा है जो सीखे बिना नहीं आ सकती।
हमारा उद्देश्य गज़ल की बारीकियों पर चर्चा करना था, जिस पर हम सफल भी रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के नामी शायर जाहिद अबरोल ने कहा के गज़ल आज के दौर में बहुत प्रसिद्ध विधा है। उर्दू अकादमी हरियाणा के डॉ. जतिंदर परवाज़ ने तीन दिवसीय वर्कशॉप का संचालन किया। भंडारी अदबी ट्रस्ट के चेयरमैन और मशहूर शायर अशोक नादिर ने सभी शायरों का इस वर्कशॉप में भाग लेने के लिए धन्यवाद किया और सभी मेहमानों को ट्रस्ट की तरफ से उपहार भी भेंट किए।
इस कार्यक्रम में पटियाला से परविंदर शौक, मनमोहन सिंह दानिश, जीरकपुर से सतीश अंजुम, ऊना से रीटा अबरोल, पटियाला
से सुखविंद्र आही, शिमला से सुमित राज, सोलन के अर्की से कुलदीप गर्ग तरुण, शिमला से नरेश दयोग, पटियाला से अमरप्रीत कौर, चंडीगढ़ से चमन शर्मा
चमन और सुशील हसरत नरेलवी समेत अन्य ने भाग लिया।