पेयजल किल्लत से परेशान महिलाओं ने किया मटका फोड़ प्रदर्शन
गुरुग्राम, 29 अप्रैल (हप्र)
नूंह जिले के गांव बड़ेड़ में पेयजल किल्लत से परेशान महिलाओं ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए मटके फोड़े। लोगों ने कहा कि यह समस्या यहां पर कोई नई नहीं है, बल्कि लंबे समय से चली आ रही है। गांव में खारा पानी होने के चलते लोग पानी टैंकरों से खरीदकर पी रहे हैं। जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक नल से पानी पहुंचाने के लिए करीब छह महीने पहले पाइप लाइन बिछाकर कनेक्शन किए गए और गांव में कई लाख रुपये की लागत से दो नए टैंक भी बनवाए गए। लेकिन आज तक न तो टैंक में पानी डाला गया है और न ही घरों में लगाए गए नलों से जल टपका है। लोगों का आरोप है कि कई बार अधिकारियों से इस संबंध में शिकायतें भी की गई, लेकिन फिर भी पानी नहीं पहुंच पाया। ग्रामीण रहीश खान, आजाद, रुकसीना, असलम खान, इब्राहीम, फकरू, आयशा ने बताया कि उनके गांव में पानी की समस्या करीब दस साल से है। करीब एक वर्ष पहले जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके गांव में जल जीवन मिशन के तहत लाइन बिछाकर घरों में टोंटी भी लगाई गई जिससे लोगों को उम्मीद जगी थी कि शायद अब उनके गांव को मीठा और शुद्ध पानी पीने के लिए मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लोगों का कहना है कि गांव में एक टैंक तो साल 2005 में बनाया गया, दूसरा टैंक साल 2019 में और तीसरा साल 2023 में विभाग द्वारा बनवाया गया। लेकिन आज तक पानी किसी भी टैंक में नहीं आया है।
वहीं इस मामले को लेकर पब्लिक हैल्थ जेई वासुदेव राठौर का कहना है कि इस समस्या पर काम चल रहा है, जल्द लोगों को समस्या से छुटकारा मिलेगा।