पानी को लेकर महिलाओं ने फोड़े मटके
भिवानी, 19 जून (हप्र)
बैंक कालोनी में पिछले दो माह से पेयजल सप्लाई नहीं होने से गुस्साए लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन के कार्यालय में मटका फोड़ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने एक्सईएन ने अपने आफिस में बुलाया और उनकी समस्या को सुना। कालोनीवासियों ने बताया कि पिछले 2 महीने से करीब 400 घरों में पीने के पानी की सप्लाई नहीं हो रही। उन्हें पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। इस बारे विभाग को अवगत करवाया था, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इंडियन नेशनल लोकदल के कर्मचारी प्रकोष्ठ के जिला प्रधान रणसिंह श्योराण ने बताया कि पिछले दो माह से बैंक कॉलोनी में पीने के पानी की सप्लाई नहीं होने से सूबेदार वेदपाल पिचौपा, पार्षद कर्मबीर यादव व पार्षद अजय के नेतृत्व में जनस्वास्थ्य विभाग एक्सईएन के कार्यालय के समक्ष मटका फोड़ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में पवन काजल, पवन कुमार, संत कुमार, राजेंद्र, जगत, विकास कुमार, मोहन, रावत सिंह, मनदीप, दीपक, मुकेश, वेदपाल, अजय सिंह, राजेराम, दीनदयाल, भूषण, भीष्म सिंह सागवान, देवेंद्र श्योराण, राजेश, रमेश बिमला, कांता, सुनीता, सरोज, भंती देवी, सुदेश कुमारी, कौशल्या श्योराण सहित अन्य क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
चरखी दादरी : पार्षदों ने भ्ाी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
चरखी दादरी, 19 जून (हप्र)
दादरी शहर में लगातार पेयजल किल्लत होने के चलते नगर पार्षदों ने महिलाओं के साथ रोष प्रदर्शन करते हुए मटके फोड़े। साथ ही सरकार के खिलाफ रोष जताते हुए चेतावनी दी कि जल्द समाधान नहीं हुआ तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
बता दें कि भीषण गर्मी व लू के थपेड़ों ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित किया है। इसी बीच लोग बिजली व पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं। तेज गर्मी के मौसम से पेयजल किल्लत का सामना कर रहे लोगों के धैर्य ने बुधवार को जवाब दे दिया। महिलाओं ने नगर पार्षदों की अगुवाई में रोहतक चौक पर मटके फोड़कर प्रदर्शन किया गया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। नगर पार्षद सुधीर स्वामी, सतबीर चौहान, नरेंद्र दहिया व विरोंद्र सांगवान ने कहा कि वे प्रशासन व विभाग को समस्या से अवगत करवा-करवा कर थक चुके हैं लेकिन शहर के लोगों की मूलभूत सुविधा पेयजल तक उपलब्ध करवाने में सरकार नाकाम है। उसी के चलते लोगों ने सड़कों पर उतकर अपना रोष जताया है। पार्षदों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए था कि गर्मियों से पहले ही पानी की समस्या का समाधान करता।