Bima sakhi yogna योजना से महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर, विकसित होगा देश : नायब
PM modi launch bima sakhi yogna : पानीपत (वाप्र): मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (cm nayab saini ) ने कहा कि वर्ष 2015 में पानीपत की ऐतिहासिक भूमि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की नींव रखी थी और आज इसी धरा से एकबार फिर उन्होंने ‘बीमा सखी योजना’ के रूप में महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तीकरण की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। इस नई शुरुआत से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और विकसित भारत बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगी। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य कैम्पस का शिलान्यास करने के लिए भी प्रधानमंत्री का आभार जताया।
पानीपत में सोमवार को आयोजित समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, केंद्रीय शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल, कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी और कुमारी आरती सिंह राव उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर भारत को विकसित बनाना है, तो यह तब होगा, जब इस देश की 50 प्रतिशत जनसंख्या, जोकि नारी शक्ति है, सक्षम होगी। अगर वह देश की मुख्यधारा में आगे आए और देश की अर्थव्यवस्था का भाग बनती है, तो इस देश का विकास निश्चित है। इसी दिशा में केंद्र और राज्य सरकार लगातार महिलाओं के उत्थान के लिए योजनाएं चला रही है।
हरियाणा सरकार ने महिलाओं के उत्थान के लिए उठाए ठोस कदम : नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के चार स्तम्भ माने हैं। महिलाएं उनमें से एक हैं। इसलिए भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने उन्हें विधानपालिका में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसी से प्रेरणा प्राप्त कर हरियाणा सरकार ने भी महिलाओं के उत्थान के लिए और भी ठोस कदम उठाये हैं। केंद्र सरकार ने प्रदेश में 5 लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य दिया है। अब तक 1 लाख 45 हजार 773 महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है।
इसके अलावा, 'नमो ड्रोन दीदी' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार प्रदेश में 500 स्वयं सहायता समूहों की 5 हजार महिलाओं को ड्रोन पायलट का मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि बेटियों को घर के नजदीक ही उच्चतर शिक्षा प्रदान करने के लिए हर 20 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज खोले गये हैं। पिछले 10 वर्षों में 77 सरकारी कॉलेज खोले गये हैं। इनमें 32 कॉलेज केवल लड़कियों के हैं। इतना ही नहीं, 'हर-घर गृहिणी योजना' में गरीब परिवारों को हर महीने केवल 500 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है। अब तक 56 हजार महिला स्वयं सहायता समूह बनाये गये हैं।