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शिमला में विंटर कार्निवाल की धूम, सरताज ने बांधा समां

08:14 AM Jan 04, 2025 IST

शिमला, 3 जनवरी (हप्र)
हिमाचल प्रदेश की राजधानी व पर्यटन नगरी शिमला में फिर से विंटर कार्निवाल की धूम मची हुई है। नगर निगम शिमला द्वारा आयोजित यह वेंट्रीकल कार्निवल 8 जनवरी तक चलेगा। पहले यह कार्निवाल 24 दिसंबर से दो जनवरी तक आयोजित होना था लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के कारण इस कार्निवाल को स्थगित कर दिया गया था।
बीती रात फिर से आरंभ हुए शिमला विंटर कार्निवाल की सांस्कृतिक संध्या में सूफी गायक सतिंदर सरताज ने खूब समां बांधा और यहां हजारों की संख्या में घूमने पहुंचे पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों का भी खूब मनोरंजन किया। इस दौरान सतिंदर सरताज ने एक से एक बढ़कर एक गाने प्रस्तुत किये जिन पर दर्शक झूम उठे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु भी अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ विंटर कार्निवाल की सांस्कृतिक संध्या का आनंद लेने के लिए पहुंचे।
इस बीच शिमला विंटर कार्निवाल के आयोजन के लिए चयनित स्थान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता व माकपा नेता और पर्यावरणविद तथा शिमला के पूर्व उप महापौर टिकेंद्र पंवर ने रिज मैदान पर विंटर कार्निवाल का मंच सजाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं और उन्होंने इस संबंध में सूफी गायक सतिंदर सरताज के नाम एक खुला पत्र भी लिखा है। टिकेंद्र ने अपने इस खुले पत्र में कहा है कि सूफी गायक सतिंदर सरताज को संभवत: यह पता नहीं की रिज मैदान पर जिस जगह आयोजकों ने विंटर कार्निवाल का मंच सजाया है वह स्थान 140 साल पहले बने पानी के टैंक के ऊपर है और यह एक ऐतिहासिक जगह होने के साथ-साथ आपदा के लिहाज से भी अत्यधिक संवेदनशील है। खुले पत्र में कहा गया है कि जिस स्थान पर विंटर कार्निवाल का मंच लगाया गया है उसके ठीक पीछे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जबकि सामने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी व स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थित है। लेकिन यह सभी प्रतिमाएं विंटर कार्निवाल के मंच और इसके लिए सजे बाजार के पीछे छुप गई हैं जो इन महान नेताओं का अपमान है। टिकेंद्र ने सूफी गायक सरताज से अपील की है कि वह भविष्य में अपने आयोजन के लिए चयनित स्थान के बारे में जरूर तहकीकात कर लें। साथ ही शिमला के जिस ऐतिहासिक स्थान पर आयोजकों ने विंटर कार्निवाल का मंच सजाया है उस स्थान को बचाने के लिए भी आगे आएं। टिकेंद्र ने इस पत्र के माध्यम से सतिंदर सरताज से अपील की है कि वे इस तथ्य को पहचानें कि रिज ऐसे आयोजनों की मेजबानी करने की जगह नहीं है ।

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