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अभी 5 दिन और सहना पड़ेगा जाड़े और धुंध का सितम

06:00 AM Jan 24, 2024 IST
अभी 5 दिन और सहना पड़ेगा जाड़े और धुंध का सितम
जगाधरी क्षेत्र में मंगलवार को कड़ाके की ठंड में हाथ सेंकते लोग। -निस
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कैथल, 23 जनवरी (हप्र)
हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फ गिरने के कारण अभी हरियाणा के लोगों को जाड़े और धुंध का सितम अभी 5 दिन और सहना पड़ेगा। कैथल सहित पूरा हरियाणा अभी ठंड की चपेट में है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान औसत डिग्री से नीचे रहने के कारण लोगों को अभी हाड़ जमा देने वाली ठंड से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग के विज्ञानियों ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अधिकांश इलाकों में बुधवार को भी घना कोहरा छाया रहेगा। लोगों को आने वाले 5 दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। कैथल व हरियाणा के लोगों को पूरे सप्ताह कड़ाके की ठंड और शीतलहर का सामना करना पड़ेगा।

आईएमडी ने कैथल के लिए जारी किया ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग (आईएमडी) ने ताजा अपडेट जारी किया है। जिसके अनुसार हरियाणा के 4 जिलों का मौसम ज्यादा खराब रहने वाला है। करनाल, कैथल, अंबाला और कुरुक्षेत्र में शीतलहर और धुंध को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही बाकी के जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, यानी अगले 48 घंटों तक सीवियर कोल्ड (प्रचंड ठंड) की स्थिति बनी रहेगी। मंगलवार को कैथल में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा। मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक कोहरा छाया रहा। धुंध के कारण दृश्यता जीरो से 10 मीटर तक रही। दोपहर तीन बजे शीतलहर शुरू हो गई और ठंड बढ़ गई। शीतलहर के चलते दो पहिया वाहन चालकों का चलना दुश्वार हो गया। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ का कहना है कि प्रदेश में मौसम खुश्क बना रहेगा और उत्तर पश्चिमी शीत लहर जारी रहेगी।

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सारा दिन सर्द हवाओं में ठिठुरते रहे लोग

जगाधरी (निस) : सर्दी का सितम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार इस सीजन में अब तक का सबसे सर्द दिन रहा। कोहरे व सर्द हवाओं से लोग सारा दिन ठिठुरते रहे। जगाधरी क्षेत्र मे न्यूनतम 6 तो अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोपहर एक बजे तक घना कोहरा छाया हुआ था। वाहन हैड लाइटें जला रेंग रहे थे। वहीं ठिर के कारण बाजार में चहल-पहल न के बराबर थी। कड़ाके की सर्दी के कारण ज्यादातर लोग घरों में ही दुबके रहे। सर्द हवाओं में अलाव लोगों का सहारा बना। हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड से खुले में काम करने वालों की जान पर बनी हुई है। इससे पशुपालकों, किसानों व मजदूरों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा। सूखी ठंड से लोग बीमार हो रहे हैं। वे वायरल बुखार की चपेट में विशेष तौर पर आ रहे हैं।

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