खापों का समर्थन लेकर जाएंगे बार्डर पर
चरखी दादरी, 21 फरवरी (हप्र)
दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा-पंजाब के बार्डरों पर चल रहे संघर्ष को लेकर चरखी दादरी के किसानों का भी गुस्सा फूट पड़ा है। किसान संगठनों द्वारा बुधवार को दादरी के भाजपा जिला कार्यालय पर धरना देते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में पहुंची महिलाओं ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए किसान आंदोलन मामले में सीधे रूप से केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। धरने पर आई कांता देवी ने कहा कि हम घर संभालेंगी, खसम व परिवार के अन्य सदस्य आंदोलन में शामिल होंगे। किसान नेता राजू मान, रणधीर कुंगड़ व कमलेश भैरवी ने कहा कि बार्डर पर सरकार कीलें गाडकर किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है, वे बार्डर पर जाएंगे और सरकार की कीलें ठोकेंगे। पंजाब के किसानों के समर्थन में हरियाणा से खापों के साथ बार्डर पर जाने की रणनीति तैयार की जाएगी। इस अवसर पर फौगाट खाप सचिव सुरेश फौगाट, राजकुमार घिकाड़ा, लीला समसपुर, बिजेंद्र सांगवान, सुरेंद्र मोठसरा, नरेंद्र झिंझर, दलबीर, ओम नंबरदार, अनीता, कमला, चिड़िया देवी आदि मौजूद रहे।
‘...तो हम भी करेंगे कूच’
चरखी दादरी (हप्र) : भाकियू लोकशक्ति ने भी पंजाब-हरियाणा की सीमाआें पर डटे किसानों के समर्थन में आवाज उठाई। साथ ही आगामी रणनीति तैयार करते हुए निर्णय लिया कि किसानों से ज्यादती होगी तो क्षेत्र के किसान बार्डरों के लिए कूच करेंगे। इसके अलावा बर्बाद फसलों के मुआवजा सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर डीसी कार्यालय पहुंचे और सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगबीर घसोला की अगुवाई में हुई रोष मीटिंग में जहां केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के साथ किये जा रहे बर्ताव को लेकर मंथन किया गया, वहीं बर्बाद फसलों के मुआवजा सहित कई मांगों को लेकर रणनीति तैयार की गयी। किसान रणबीर सिंह ने कहा कि जरूरत पड़ी तो बार्डर पर किसानों के पक्ष में कूच करेंगे। इस अवसर पर रणबीर फौजी, रामकुमार सोलंकी, जगदेव कलकल, राजेंद्र डागर, सुरेंद्र पहलवान निमली, सत्या लेघा, पप्पू पंच, सूबेदार शमशेर दुधवा, खजान सिंह व राधेश्याम आदि मौजूद रहे।