हरियाणा के नए CPS राजेश खुल्लर के दोबारा क्यों हुए नियुक्ति आदेश जारी, पढ़ें कहां फंसा था पेंच
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 22 अक्तूबर
Rajesh Khullar: हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस (सेवानिवृत्त) अधिकारी राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का मुख्य प्रधान सचिव (सीपीएस) नियुक्त किया है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से नये सिरे से उनके नियुक्ति आदेश जारी किए हैं। उनकी नियुक्ति मुख्यमंत्री की ताजपोशी यानी 17 अक्तूबर से ही लागू होंगे। 18 अक्तूबर को उन्हें कैबिनेट मंत्री के रैंक के साथ मुख्य प्रधान सचिव नियुक्त किया गया था। लेकिन चार घंटे बाद ही इन आदेशों पर रोक लग गई थी।
सूत्रों का कहना है कि कुछ मंत्रियों के अलावा ब्यूरोक्रेसी के वरिष्ठ अधिकारियों की आपत्ति के चलते नायब सरकार को संशोधित आदेश जारी करने पड़े। कुछ मंत्रियों ने यह तर्क दिया था कि कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलने के बाद खुल्लर उनके समकक्ष हो जाएंगे। इतना ही नहीं, स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और सभी विधायक भी उनके ‘अंडर’ आ जाएंगे। वहीं प्रोटोकॉल के हिसाब से विधायक का दर्जा प्रदेश के मुख्य सचिव से भी ऊपर है।
इतना ही नहीं, किसी भी राज्य में ब्यूरोक्रेसी में सबसे बड़ा पद मुख्य सचिव का होता है। प्रदेश में कार्यरत आईएएस के अलावा प्रदेश सिविल सर्विस के अधिकारी भी मुख्य सचिव के अधीन आते हैं। ब्यूरोक्रेसी ने कैबिनेट रैंक का दर्जा देने पर इसलिए आपत्ति जताई, क्योंकि ऐसा होने की सूरत में प्रदेश के मुख्य सचिव भी मुख्य प्रधान सचिव के अंडर आ जाएंगे। इसी के चलते 18 अक्तूबर को रात 8 बजे जारी किए गए आदेशों के रात 12 बजे होल्ड कर दिया गया।
अब सोमवार की देर रात करीब 12 बजे मुख्य सचिव की ओर से खुल्लर की नियुक्ति के नये आदेश जारी किए गए। इन आदेशों में स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री के कार्यकाल या आगामी आदेशों तक राजेश खुल्लर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद पर बने रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि राजेश खुल्लर की नियुक्ति हाईकमान के स्तर पर हुई है। केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि खुल्लर के रहते सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) ने अच्छे से काम किया है। इसी वजह से उन पर फिर से भरोसा जताया गया है।
अक्तूबर-2014 में जब मनोहर लाल खट्टर पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे उस समय संजीव कौशल को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया था। लगभग एक वर्ष के बाद संजीव कौशल की जगह राजेश खुल्लर की एंट्री सीएमओ में हुई और वे प्रधान सचिव बने। खुल्लर 15 नवंबर, 2015 से 30 अक्तूबर, 2020 तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पद पर रहे। इसके बाद उनकी नियुक्ति वर्ल्ड बैंक में हो गई। लगभग ढाई वर्षों तक अमेरिका में उनकी पोस्टिंग रही।
इसके बाद वे फिर से हरियाणा लौट आए और एफसीआर तथा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रहे। खुल्लर जब अमेरिका गए तो उस समय सरकार ने सीएमओ में मुख्य प्रधान सचिव का नया पद सृजित करते हुए सेवानिवृत्त आईएएस डीएस ढेसी को सीएम का मुख्य प्रधान सचिव बनाया गया। 31 अगस्त, 2023 को आईएएस सेवाओं से रिटायर हुए खुल्लर के सरकार ने अगले ही दिन ढेसी की जगह मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव नियुक्त कर दिया।
इसके बाद 12 मार्च के जब मनोहर लाल की जगह नायब सिंह सैनी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया तो खुल्लर नायब सिंह सैनी के साथ भी इसी पद पर बने रहे। अब एक बार फिर उन्हें मुख्य प्रधान सचिव बनाया गया है। सीएमओ के ओवरआल इंचार्ज भी पहले की तरह राजेश खुल्लर ही रहेंगे। केंद्र में लंबे समय तक प्रतिनियुक्ति पर रह चुके खुल्लर आईआईटी, नई दिल्ली से एमटैक हैं। 1987 में उनका चयन आईपीएस के तौर पर हुआ था। उन्हें महाराष्ट्र कैडर मिला लेकिन 1988 में वे आईएएस बन गए।