चंडीगढ़ की सड़कों पर ‘लाल साड़ी’ में क्यों दौड़ीं 300 महिलाएं? वजह जानिये के लिए देखिये Video!
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 मार्च
रेड साड़ी रन इन चंडीगढ़ pic.twitter.com/t3aCYJxGFN
— Vivek Sharma (@VivekSh45714443) March 9, 2025
चंडीगढ़ की सड़कों पर जब 300 से ज्यादा महिलाएं लाल साड़ियों में लिपटी दौड़ती नजर आईं, तो हर कोई हैरान रह गया! यह कोई आम रेस नहीं थी, बल्कि महिला सशक्तिकरण, परंपरा और फिटनेस का संगम था। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ क्लब में आयोजित ‘रेड साड़ी रन’ के 8वें संस्करण ने शहर की फिजाओं में जोश, ऊर्जा और नारी शक्ति का रंग घोल दिया।
जब सड़कों पर उतरीं ‘शक्ति की देवी’
महिलाओं के आत्मविश्वास और सामर्थ्य का यह भव्य आयोजन द रन क्लब द्वारा आयोजित और फोर्टिस के सहयोग से संपन्न हुआ। चंडीगढ़ की महापौर श्रीमती हरप्रीत कौर बबला ने हरी झंडी दिखाकर इस अनूठी दौड़ की शुरुआत की और कहा, "यह सिर्फ एक रन नहीं, बल्कि महिलाओं की शक्ति, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का उत्सव है।
प्रतिभागियों के लिए यह रेस दो श्रेणियों में आयोजित की गई— 3 किमी साड़ी वॉक और 5 किमी साड़ी रन। पारंपरिक लाल साड़ी पहनकर दौड़ने की चुनौती ने महिलाओं के संकल्प, सहनशक्ति और जीवटता का अद्भुत उदाहरण पेश किया।
लाल साड़ी में ‘नारी शक्ति’ का जलवा
इस आयोजन में भाग लेने वाली हर महिला सिर्फ दौड़ने नहीं आई थी, बल्कि समाज को यह संदेश देने आई थी कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। हर कदम, हर दौड़ती हुई साड़ी, हर उभरती मुस्कान महिला सशक्तिकरण की कहानी बयां कर रही थी।
कार्यक्रम के बाद, एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों को सराहा गया। इसके बाद पौष्टिक नाश्ता और इंटरैक्टिव स्टॉल्स ने माहौल को और भी उत्साहपूर्ण बना दिया।
Red Saree Run — एक परंपरा, एक क्रांति!
इस मौके पर द रन क्लब की संस्थापक पविला बाली ने कहा कि रेड साड़ी रन सिर्फ एक फिटनेस इवेंट नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के आत्मविश्वास और सामूहिक जश्न का प्रतीक है। हर साल बढ़ती भागीदारी इसे और भी प्रेरणादायक बना रही है।
महापौर हरप्रीत कौर बबला ने महिलाओं की तारीफ करते हुए कहा कि महिलाओं का आत्मनिर्भर बनना समाज की शक्ति को बढ़ाता है। हर क्षेत्र में महिलाएं अब शानदार प्रदर्शन कर रही हैं, और यह आयोजन इसका बेहतरीन उदाहरण है।