Mahashivratri 2025 : शिवलिंग पर क्यों चढ़ाया जाता है अनाज? भोलेनाथ को इस अनाज की फली से करें प्रसन्न
चंडीगढ़, 25 फरवरी (ट्रिन्यू)
Mahashivratri 2025 : महाशिवरात्रि एक विशेष हिन्दू त्योहार है, जिसे भगवान शिव के उपासक हर वर्ष श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं। इस दिन का महत्व अत्यधिक है क्योंकि इसे भगवान शिव के पूजन और आराधना का दिन माना जाता है। महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का खास महत्व है। इस दिन भक्त शिवलिंग पर विभिन्न फल, फूल और अनाज आदि अर्पित करते हैं।
क्यों चढ़ाया जाता है अनाज?
महाशिवरात्रि पर इन अनाजों को शिवलिंग पर चढ़ाने का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व है। अनाज, विशेष रूप से दालों का उपयोग साधना और तपस्या के समय ऊर्जा को संतुलित करने और शुद्ध करने के लिए किया जाता है। तुअर दाल जैसे अनाज शिव के प्रति श्रद्धा को दर्शाते हैं और पूजा का पुण्य प्राप्त करते हैं।
शिवलिंग पर चढ़ाएं तुअर दाल
शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले अनाज की बात करें तो उनमें तुअर दाल यानि अरहर दाल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। इसे महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है, क्योंकि यह दाल भगवान शिव के प्रिय भोगों में से एक मानी जाती है। तुअर दाल की चढ़ाई से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शिवजी की कृपा प्राप्त होती है।
चना और उड़द दाल
चना दाल भी एक लोकप्रिय अनाज है जो भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। इसके अलावा उड़द दाल का उपयोग भी भगवान शिव के पूजन में किया जाता है। यह भी पुण्य और आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है।
गेंहू और चावल
महाशिवरात्रि के दौरान शिवलिंग पर गेहूं और चावल की फली चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। यह अनाज शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। कुछ स्थानों पर इन्हें शिवलिंग पर चढ़ाकर पूजा की जाती है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।