थोक मुद्रास्फीति साढ़े 7 साल के निचले स्तर पर
नयी दिल्ली, 14 जून (एजेंसी)
थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति मई में शून्य से 3.48 फीसदी नीचे आ गई, जो साढ़े सात वर्षों का निचला स्तर है। इसका पिछला निम्न स्तर नवंबर, 2015 में रहा था, जब यह शून्य से 3.7 फीसदी नीचे थी। यह लगातार दूसरा महीना है जब थोक मुद्रास्फीति शून्य से नीचे रही। गत अप्रैल में यह -0.92 फीसदी पर थी। वहीं, पिछले साल मई में यह 16.63 फीसदी पर थी।
थोक मुद्रास्फीति में तीव्र गिरावट के पीछे उच्च आधार होने के अलावा खाद्य, ईंधन एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में आई गिरावट की अहम भूमिका रही है। नकारात्मक थोक मुद्रास्फीति को तकनीकी तौर पर अपस्फीति कहा जाता है। इसका मतलब है कि कुल थोक मूल्य कीमतों में सालाना आधार पर गिरावट हुई है। थोक मुद्रास्फीति में गिरावट की मुख्य वजह खनिज तेल, मूल धातु, खाद्य उत्पाद, कपड़ा, गैर-खाद्य सामान, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, रसायन और रसायन उत्पादों की कीमतों में कमी है।’
नीतिगत दरें यथावत रहने की संभावना बढ़ी
थोक मुद्रास्फीति नीचे आने से आगामी महीनों में नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रहने की संभावना बढ़ी है। मूडीज एनालिटिक्स के मुख्य अर्थशास्त्री स्टीव कोचरेन ने कहा, ‘बीते साल भारत ने सस्ते रूसी कच्चे तेल का आयात दोगुना किया है। इससे उसे ऊर्जा की लागत को उचित स्तर पर रखने में मदद मिली है जिससे मुद्रास्फीति घटी है।’ बार्कलेज के प्रबंध निदेशक राहुल बाजोरिया ने कहा कि मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों तथा ईंधन के मोर्चे पर दबाव कम हुआ।
जिंसों के दाम घटने से उत्पादकों के लिए उत्पादन लागत घटी है, लेकिन इसका लाभ खुदरा कीमतों तक स्थानांतरित करने में विलंब की वजह से खुदरा और थोक मुद्रास्फीति के बीच का अंतर बढ़ गया है। उन्होंने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि निकट भविष्य में खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आएगी। ऐसे में चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) संभवत: ब्याज दरों को यथावत रखेगी।’
शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी
मुंबई (एजेंसी) : थोक मुद्रास्फीति के उत्साहजनक आंकड़ों के बीच धातु, जिंस एवं ऊर्जा शेयरों में खरीदारी से बुधवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में सेंसेक्स और निफ्टी हल्की बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर आने वाले फैसले को ध्यान में रखते हुए निवेशकों ने थोड़ी सतर्कता बरती, जिससे बाजार एक सीमित दायरे में रहा। बीएसई सेंसेक्स 85.35 अंक यानी 0.14 प्रतिशत चढ़कर 63,228.51 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 39.75 अंक यानी 0.21 प्रतिशत बढ़कर 18,755.90 अंक पर बंद हुआ।