किसने गायब किए अभ्यार्थियों के दस्तावेज, होनी चाहिए उच्च स्तरीय जांच: चित्रा सरवारा
अम्बाला, 11 फरवरी (हप्र)
भाजपा-जजपा सरकार में रिजल्ट आउट होने से ज्यादा पेपर आउट होते हैं। यह कहना है कांग्रेस की वरिष्ठ नेता चित्रा सरवारा का। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भर्ती के नाम पर एकबार फिर हरियाणा के युवाओं के साथ धोखा किया है। पांच साल से भर्तियों पर कुंडली मारकर बैठी भाजपा-जजपा सरकार ने लंबे इंतजार के बाद ग्रुप-सी की भर्ती का रिजल्ट जारी किया। लेकिन ये रिजल्ट युवाओं के लिए खुशी की बजाय भद्दा मजाक साबित हुआ। क्योंकि भर्ती में भयंकर पैमाने पर धांधली सामने आई है। धांधली इस कद्र सरेआम थी कि रिजल्ट जारी होते ही हजारों की तादाद में युवा एचएसएससी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए।
युवाओं ने आरोप लगाया कि धांधली करके ज्यादा अंकों वाले अभ्यर्थियों को भर्ती से बाहर कर दिया गया और कम अंक वाले अभ्यर्थियों का सिलेक्शन कर लिया गया। अभ्यार्थियों के दस्तावेजों में बड़े पैमाने पर फेरबदल करके इस पूरे गड़बड़झाले को अंजाम दिया गया है। अभ्यार्थी शिकायत कर रहे हैं कि दस्तावेजों में गड़बड़ी करके उनकी कैटेगरी ही बदल दी गई।
सवाल खड़ा होता है कि अभ्यार्थियों द्वारा जमा किए गए दस्तावेज आखिर कहां गए और किसने गायब किए? इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच जरूरी है।
चित्रा सरवारा ने कहा कि ये वहीं ग्रुप-सी की भर्ती है, जिसके सीईटी की मुख्य परीक्षा में भी धांधली हुई थी। ग्रुप-56 और ग्रुप-57 का पेपर कॉपी-पेस्ट करके लीक किया गया। सौ में से इकतालीस सवाल ऐसे थे, जो छ अगस्त के पेपर में आए और वो सात अगस्त के पेपर में रिपीट कर दिए गए।