कहां गयी विदेशी तारिकाएं...
असीम चक्रवर्ती
बात ज्यादा पुरानी नहीं है, जब बॉलीवुड पर विदेश से आई हीरोइनों की बड़ी खुमारी चढ़ी हुई थी। तब कैटरीना कैफ, जैकलीन फर्नांडिज,एली अबराम, नोरा फतेही के आने का सिलसिला शुरू हुआ। लेकिन यह खुमारी ज्यादा दिन नहीं रही। आज आलम यह है कि विदेश से आई सुंदरियों का क्रेज एकदम अस्त हो चला है। इनमें से कुछ विवादों के चलते और कुछ अपने क्षीण हो चले स्टारडम के चलते लगभग छिप गई हैं।
पाक बालाओं का क्रेज
गौर के काबिल है, सबसे पहले पाकिस्तानी सुंदरियों ने बॉलीवुड में भाग्य आजमाना चाहा । तब वहां से आई मावरा हुसैन,माहिरा खान, मीरा, वीना मलिक,मातिरा आदि हीरोइनों की खूब चर्चा हुई। तब इनके प्रति हमारे कई बड़े हीरो ही नहीं, महेश भट्ट जैसे निर्देशकों का प्यार छलक-छलक पड़ रहा था। हालांकि पड़ोसी देश की बेवफाई ने इस प्यार को ज्यादा देर तक पनपने नहीं दिया।
कैटरीना अपवाद बनीं
विदेश से आई हीरोइनों की इस दौड़ में अभिनेत्री कैटरीना कैफ एक अपवाद हैं। उनका खास पक्ष यह था कि उन्होंने हमेशा अपने आपको अनर्गल चर्चा से दूर रखा। अभिनेता सलमान के साथ उनकी दोस्ती खूब मशहूर हुई,पर इसे उन्होंने ज्यादा लाइम लाइट में नहीं रखा। अब विवाह के बाद उन्होंने जिंदगी को भी उसी स्टाइल में जीना शुरू किया है। भारतीयता का चोला पहन लिया है ‘टाइगर-3’ के बाद वह ‘मैरी क्रिसमस’ में दिखाई पड़ी हैं। पर अब फिल्में उनकी पहली प्राथमिकता में नहीं हैं।
जैकलीन के सितारे
कोलंबो से आई अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिज की फिल्मी झोली अब लगभग खाली है। वह इंडस्ट्री में लगभग गुम हो चुकी हैं। असल में पिछले दो साल में विवादों ने उनकी रुटीन लाइफ गड़बड़ा दी है। वरना कभी लॉकडाउन की लकी गर्ल के तौर पर उन्हें पेश किया जा रहा था। पर अब रुख पहले जैसा नहीं है। कुछ माह पहले ‘रामसेतु’ और ‘सर्कस’ जैसी दो बड़ी फिल्मों की विफलता के बाद चमक काफी धुंधली हो चुकी है।
नोरा का जादू अब कहां
बात ज्यादा पुरानी नहीं है जब कनाडा सुंदरी नोरा फतेही बॉलीवुड की नई सनसनी के तौर पर सामने आई थी। तब फिल्मों में अपने डांस आइटम नंबर पेश कर उन्होंने अगली सीट के दर्शकों को खूब मुग्ध किया। साउथ की तेलुगू फिल्मों में उनका यह जादू खूब चला। यही जादू चलाकर उन्होंने हिंदी फिल्मों में भी अपना रुतबा बनाया थाजहां वेे छोटे-छोटे रोल भी करने लगी थी। पर जब कुछ विदेशी तारिकाओं पर विवादों की गाज गिरी,तो असर उनके काम पर स्वाभाविक था।
एली ने हार नहीं मानी
पिछले दिनों स्वीडन से आयी मॉडल और अभिनेत्री एली एबराम टाइगर श्राफ की फिल्म ‘गणपथ’ में बहुत छोटे से रोल में दिखाई पड़ी हैं। उन्हें भी सलमान की खोज माना जाता है। मगर इस विदेशी सुंदरी ने बहुत खामोशी से अपने संघर्ष को जारी रखा है। वह पहली बार 2015 की कपिल शर्मा की फिल्म ‘किस किसको प्यार’ में नजर आई थीं। फिल्मों में कैमियो या आइटम नंबर करना भी सहर्ष मंजूर किया। न ही उन्हें इस बात का अफसोस रहा कि सलमान ने उन्हें कोई बड़ी फिल्म नहीं दिलाई।
नायाब हैं हेलन
वर्तमान में कैटरीना की बात जाने दें,तो इसकी सर्वकालिक उदाहरण के तौर पर लगभग रिटायर हो चुकी अभिनेत्री हेलन का नाम लिया जा सकता है। बर्मा में जन्मी हेलन का फिल्मी ज्ञान करीब शून्य था। हेलन बताती हैं,‘ मैंने शुरू में हिंदी के एक पंडित जी की सेवाएं ली। सीनियर कलाकारों से सीखा। दादा मुनि ने समझाया कि आम बातचीत ध्यान से सुनूं। मैंने जल्द ही टूटी-फूटी हिंदी बोलना शुरू कर दिया।’बहरहाल, विदेश से आयी ज्यादातर हीरोइनों को हर मामले में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि हिंदी फिल्मों का सेट-अप उनके लिए अनजान होता है। ऐसे में हिंदी टीचर के अलावा सहयोगी कलाकारों और निर्देशक की मदद से वे हिंदी के साथ-साथ बालीवुड के सारे तौर-तरीके सीखने की कोशिश करती हैं।