सुनवाई न होने पर टावर पर जा चढ़ा ब्लॉक समिति सदस्य का पति
सोनीपत, 13 जून (हप्र)
गांव मुकीमपुर में ओवरफ्लो जोहड़, गलियों में दूषित पानी व निकासी के लिए नाले का निर्माण नहीं करने का आरोप लगाकर बृहस्पतिवार को ब्लॉक समिति सदस्य का पति मोबाइल टावर पर चढ़ गया। हाथ में तिरंगा लेकर चढ़े पति ने समस्याओं का समाधान होने पर ही उतरने की बात कही। जानकारी मिलने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे और उसे समझाने का प्रयास किया। जल्द समस्या का समाधान किए जाने का आश्वासन मिलने पर वह साढ़े 4 घंटे बाद टावर से नीचे उतरा। उधर, मामले में पुलिस ने ग्रामीण के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश करने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि गांव मुकीमपुर निवासी राजेश वार्ड नंबर-22 की ब्लॉक समिति सदस्य प्रवीन देवी के पति हैं। राजेश कुमार गांव में विकास कार्य नहीं कराए जाने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार सुबह 6 बजे हाथ में तिरंगा झंडा लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गये। राजेश का कहना है कि गांव में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। गांव में जोहड़ ओवरफ्लो है, जिसका दूषित पानी गलियों में फैला हुआ है। गांव में पार्क ही हालत दयनीय है और निकासी को नाले का निर्माण नहीं हो पा रहा है। मामले का पता लगते ही मौके पर ग्रामीण एकत्रित हो गए। सूचना मिलते ही बहालगढ़ थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। राजेश को नीचे उतारने का प्रयास किया, लेकिन वह डीसी को बुलाने व लिखित आश्वासन मिलने की बात कहने लगे। जिस पर डीडीपीओ जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे।
उन्होंने राजेश से बात की और उन्हें नीचे उतरने को तैयार किया। मशक्कत के बाद उन्हें साढ़े 4 घंटे बाद नीचे उतारा जा सका। बहालगढ़ थाना में नियुक्त एएसआई सुभाष ने पुलिस को बताया है कि जब उसे उतारने का प्रयास किया तो राजेश बार-बार आत्महत्या करने की धमकी देता रहा। नीचे उतरने के बाद भी उसने समस्या का समाधान नहीं होने पर आत्महत्या करने की धमकी दी। पुलिस ने आत्महत्या की कोशिश की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सीएम विंडो, मंत्री से लेकर डीसी समेत अन्य अधिकारियों को लिखा पत्र
ब्लॉक समिति सदस्य प्रवीन देवी ने बताया कि उनके गांव में जोहड़ का काम नहीं हो रहा। ओवरफ्लो होने से गलियों में पानी भर रहा है। सीएम विंडो, मंत्री से लेकर डीसी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। ओवरफ्लो जोहड़ का पानी खेतों में भी चला जाता है। राजेश कुमार ने बताया कि अधिकारियों से आग्रह करके थक चुके हैं। जोहड़ का पानी गली में भरने से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। गांव की बेटियां पड़ोस के गांव के स्कूल में जाती हैं। उन्हें इसी मार्ग से गुजरना पड़ता है। पानी भरा होने के कारण दिक्कत होती है। राजेश ने कहा कि बजट होने के बावजूद काम नहीं हो रहे हैं। ब्लॉक समिति में ही 25 लाख रुपये का बजट पड़ा है। ग्रामीण टोकते थे तो टावर पर चढ़ प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा।