Indian Tourist Place : जब भगवान विष्णु ने रच दी थी स्वर्ग की अप्सरा, जांघ से जन्मी थी सौंदर्य की देवी उर्वशी, यहां बना है पौराणिक मंदिर
चंडीगढ़, 24 मई (ट्रिन्यू)
Indian Tourist Place : कुछ समय पहले मिस वर्ल्ड रह चुकीं उर्वशी रौतेला ने ऐसा दावा किया था कि उत्तराखंड में उनके नाम का एक मंदिर बनाया गया है। इसके कारण केदारनाथ के पास स्थित उर्वशी मंदिर के संबंध में कुछ भ्रम उत्पन्न हुए हैं। हालांकि, उर्वशी रौतेला का यह दावा पूरी तरह से गलत है कि उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के पास उनका एक मंदिर है। ता दें कि यह मंदिर अप्सरा उर्वशी का है, जिनकी उत्पत्ति भगवान विष्णु से हुई थी। चलिए जानते हैं मंदिर के बारे में...
पौराणिक कथा
भागवत पुराण के अनुसार, जब भगवान नारायण (विष्णु) बद्रिकाश्रम में तपस्या कर रहे थे, तो देवराज इंद्र ने उनकी तपस्या को भंग करने के लिए सुंदर अप्सराओं को भेजा। लेकिन नारायण पर उनका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। तब नारायण ने अपनी जांघ से एक सुंदर स्त्री का रूप उत्पन्न किया, जिसे उर्वशी नाम दिया गया। उर्वशी का जन्म भगवान नारायण की बाईं जांघ से हुआ था, और वह स्वर्ग की सबसे सुंदर और नृत्य-कला में निपुण अप्सरा मानी जाती हैं।
उर्वशी मंदिर की वास्तविकता
उर्वशी मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले के बामणी गांव में स्थित है, जो बद्रीनाथ धाम से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर दिव्य अप्सरा उर्वशी देवी को समर्पित है। यह स्थान ऋषि गंगा के झरने के पास स्थित है और नीलकंठ पर्वत तथा नारायण पर्वत की गोदी में बसा हुआ है।
कैसे पहुंचे?
यह मंदिर बद्रीनाथ धाम के निकट बामणी गांव में स्थित है और वहां पहुंचने के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ती है। उर्वशी रौतेला का इस मंदिर से कोई वास्तविक संबंध नहीं है। मंदिर तक पहुंचने के लिए केवल पैदल मार्ग उपलब्ध है।
मंदिर की विशेषताएं
मंदिर की संरचना साधारण है लेकिन इसकी पवित्रता और ऐतिहासिक महत्व इसे विशेष बनाते हैं। मंदिर के पास ऋषि गंगा का झरना और नीलकंठ पर्वत का दृश्य इस स्थान की सुंदरता को और बढ़ाते हैं।