जब चौधरी भजनलाल की जुलाना में फंस गई जीप, निकाली भी खुद ही
दलेर सिंह/हप्र
जींद (जुलाना), 14 सितंबर
हरियाणा में विधानसभा चुनाव दंगल सज गया है। हर चुनाव कोई न कोई अमिट याद अवश्य छोड़ता है। जुलाना विधानसभा क्षेत्र में भी कई पुराने चुनावी किस्सों को लोग आज भी याद कर रहे हैं। हरियाणा में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहे स्व. चौधरी भजनलाल ने अपने राजनीतिक जीवन का करीब एक माह जुलाना विधानसभा क्षेत्र में गुजारा था। उस दौरान वे जुलाना कस्बे एवं लजवाना खुर्द गांव में अपनी रात बिताते थे और दिन में अपनी जीप में सवार होकर गांवों में चुनाव प्रचार के लिए निकल जाते थे। दरअसल वर्ष 1970 में जुलाना विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था, जिसमें तत्कालीन सत्तासीन कांग्रेस (आई) के उम्मीदवार चौधरी फतेह सिंह थे और उनके मुकाबले में कांग्रेस (संगठन) के उम्मीदवार पूर्व मंत्री चौधरी दलसिंह थे। कांग्रेस ने चौधरी भजनलाल को हलके का प्रभारी नियुक्त किया था। उस समय चौधरी बंसीलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री थे और चौधरी भजनलाल उनकी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।
हलका प्रभारी होने के नाते चौधरी भजनलाल ने उस समय पार्टी प्रत्याशी के लिए पूरे जुलाना विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया था। पूरा दिन प्रचार करने के बाद चौधरी भजनलाल रात के समय जुलाना कस्बे में सेठ किशनलाल सिंगला की हवेली अथवा लजवाना खुर्द गांव में पार्टी प्रत्याशी चौधरी फतेह सिंह की हवेली में सोते थे। संस्मरणों को ताजा करते हुए भूतपूर्व विधायक चौधरी फतेह सिंह के बेटे शमशेर सिंह अहलावत (78) ने बताया कि उन दिनों चौधरी भजन लाल के पास एक जीप थी, जिसमें वे हलके में प्रचार करने के लिए जाते थे। एक दिन जुलाना से मेहरड़ा गांव जाते समय एक खाई में उनकी जीप फंस गई। चालक ने काफी प्रयास किया, लेकिन वह जीप को निकाल नहीं पाया। इसके बाद चौधरी भजनलाल ने खाई का आकलन करने के बाद जीप का बैक गियर लगाकर पीछे किया और उसके बाद सीधा गियर लगाकर एक झटके में ही जीप को खाई से बाहर निकाल दिया और फिर सहजता से मेहरड़ा गांव पहुंचे।’
चौधरी भजनलाल ने जीप तो खाई से बाहर निकाल दी, लेकिन एक महीने की अथक मेहनत के बावजूद वे अपनी पार्टी के उम्मीदवार चौधरी फतेह सिंह को जीत नहीं दिला सके। हालांकि बाद में चौधरी फतेह सिंह 1972 के आम चुनाव में जुलाना सीट से कांग्रेस पार्टी के विधायक चुने गये थे। जुलाना कस्बा निवासी स्व. सेठ किशनलाल के बेटे कैलाश सिंगला के अनुसार उस दौरान वे आठवीं कक्षा में पढ़ते थे। चौधरी भजनलाल उनके दरवाजे (हवेली) में ही विश्राम करते थे तथा रात के समय भी कई दिनों तक वहीं पर सोये भी थे। चौधरी भजनलाल ने उस दौरान जुलाना मंडी की दुकान दर दुकान एवं क्षेत्र के सभी गांवों में जाकर पार्टी प्रत्याशी के लिए प्रचार किया था।
इसलिए हुआ था जुलाना सीट पर उपचुनाव
वर्ष 1968 के चुनाव में जुलाना विधानसभा सीट से मास्टर नारायण सिंह विधायक चुने गये थे। उनके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई। परिणामस्वरूप कोर्ट ने मास्टर नारायण के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया, जिसके बाद जुलाना सीट पर 1970 में उपचुनाव हुआ था। जुलाना के पूर्व विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने बताया कि वर्ष 1970 के उपचुनाव में उनके पिता चौधरी दलसिंह ने 5828 वोटों के अंतर से विजय हासिल की थी। उस उपचुनाव में चौधरी दल सिंह को 23592 वोट तथा चौधरी फतेह सिंह को 17764 वोट प्राप्त हुए थे।