चंबा, 2 मार्च, एम एम डैनियल (निस) : चंबा भरमौर एन एच 154 ए (Landslide in Bharmour) मार्ग खड़ामुख के पास मौसम खुलने के बाद भी रविवार को बंद रहा जिसके कारण मार्ग के दोनों ओर पिछले 24 घंटों तक वाहनों की लंबी करतार लगी दिखी। हालांकि मार्ग को खोलने के लिए लोनिवि भरमौर व एन एच विभाग द्वारा पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन खड़ामुख पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण राहत बचाव कार्य करने में सबसे बड़ी बाधा उत्पन्न हो रही है।Landslide in Bharmour-बर्फबारी के बाद इलाके में अब भूस्खलनगौर हो कि गत चार दिनों हुई समूचे क्षेत्र में बर्फबारी व बारिश से मुख्य से लेकर संपर्क मार्ग भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। जिनमें अधिकांश मार्गं तो खुल गए हैं। लेकिन एन एच 154 ए मार्ग भरमौर के खड़ामुख व परेल नामक स्थलों पर बंद पड़े हुए।एन एच 154 ए परेल से बंद होने से बड़े वाहनों के लिए बाया सरोल डाइवर्ट किया गया है। लेकिन भरमौर के खड़ामुख नामक स्थान पर मार्ग बंद होने की सूरत में मार्ग डाइवर्ट का कोई विकल्प नहीं है। जिसके कारण आम राहगीरों से लेकर विभिन्न विभागीय कर्मचारियों को आवागमन में दिक्कतें आ रही है। वहीं प्रोजेक्टों की मशीनरी, सामग्रियों के ट्रक खराब मार्ग के चलते रास्ते में खड़े हैं।लोगों को राहत देने के प्रयास जारी : विधायक डॉ जनकराजविधायक डॉ. जनकराज, पांगी, भरमौर, चंबा।-निसवहीं इस दिशा में जनजातीय क्षेत्र भरमौर-पांगी विधायक डॉ. जनकराज का कहना है कि प्राकृतिक आपदा से लोगों को राहत दिलवाने में सरकार और प्रशासन के प्रयास बौने साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार हर दिशा में विफल नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि विभागों राहत-बचाव के लिए फंडों का अभाव चल रहा है। जिसके कारण राहत-बचाव कार्य फील्ड में प्रभावित हो रहें हैं। जिसका असर जनता पर पड़ रहा है।उधर विभागीय अधिशाषी अभियंता दिनेश कुमार का कहना है कि भूस्खलन से प्रभावित मार्गों को खोलने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं।Danger of avalanche : चंबा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति में चेतावनी जारी