ई-खरीद पोर्टल पर सरसों की जगह हो गया गेहूं का रजिस्ट्रेशन, किसान की बढ़ गई टैंशन
समालखा, 7 अप्रैल (निस)
चुलकाना के एक किसान ने ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ के अंतर्गत ई-खरीद पोर्टल पर अपनी छह एकड़ सरसों की फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया था, लेकिन तकनीकी कमी के कारण रजिस्ट्रेशन सरसों की जगह गेहूं का हो गया। अब पिछले एक सप्ताह से अपनी छह एकड़ में बोई सरसों को बेचने के लिए धक्के खा रहा है।
ई-खरीद पोर्टल की कमियों का दंश झेल रहे गांव चुलकाना के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि उसने दो महीने पहले गांव के सीएचसी सेंटर से ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपनी 6 एकड़ सरसों की फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया था। एक सप्ताह पहले जब वह अपनी सरसों की फसल लेकर मार्केट कमेटी पहुंचा और गेटपास कटवाने लगा तो पता चला कि ई-खरीद पोर्टल पर सरसों की जगह गेहूं चढ़ा होने की बात कह कर गेटपास देने से मना कर दिया।
अपनी समस्या को लेकर जब तहसीलदार के पास गया तो उन्होंने पटवारी को गिरदावरी कराने भेजा। पटवारी की रिपोर्ट के बावजूद उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
इस संदर्भ में मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर संदीप ने कहा कि जब तक हमारे पोर्टल पर सरसों नहीं दिखेगी हम गेटपास नहीं दे सकते। किसान ओमप्रकाश ने कहा कि पोर्टल की कमी का नुक़सान उन्हें उठाना पड़ रहा है।
इस बारे जब एडीसी डॉ. पंकज से बात की गई तो उन्होंने सोमवार तक समस्या के समाधान का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि किसान एसडीएम के माध्यम से आवेदन करे तो समस्या को हल कर दिया जाएगा।