मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

बारिश से पलटा मौसम, पड़ी कड़ाके की ठंड

06:50 AM Dec 24, 2024 IST
जगाधरी में बूंदाबांदी के बाद लहलहाती गेहूं की फसल। -हप्र

जगाधरी, 23 दिसंबर (हप्र)
महीनों बाद सोमवार को बरसात शुरू हो गई। इससे मौसम ने पलटी मारी और कड़ाके की ठंड पड़ गई। कृषि विशेषज्ञ बरसात को फसलों के लिए रामबाण बता रहे हैं। उनका कहना है कि सबसे ज्यादा फायदा गेहूं की फसल को है।
रविवार देर रात से ही इलाके में आसमान में बरसात के बादल छाने लगे थे। सोमवार को सुबह के समय बंूदाबांदी शुरू हो गई। कुछ देर मध्यम बरसात होने लगी। जगाधरी, बूडिया, छछरौली, दादुपुर, कनालसी, खदरी, मांडखेड़ी, कैल, भेड़थल, औदरी आदि इलाकों में दोपहर बाद तक रूक-रूक कर बरसात चलती रही। इससे तापमान गिरने पर ठंड बढ़ गई। ज्यादातर लोग घरों में ही घुसे रहे। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव के पास बैठे रहे। वहीं लंबे समय बाद हुई बरसात से किसान फसलों को लेकर खुश हैं। उनका कहना है कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में क्षेत्र में बरसात हुई थी। उसके बाद अब हुई है। किसान प्रीतम सिंह, महक सिंह का कहना है कि सूखे मौसम से फसलें प्रभावित हो रही थी। वहीं, कृषि विभाग के उप निदेशक डाॅ. आदित्य प्रताप डबास का कहना है कि यह मौसम फसलों के लिए बहुत अच्छा है। सबसे ज्यादा फायदा गेहूं की फसल को होगा। वातावरण में मौजूद नाईट्रोजन बरसात से नीचे आ जाती है। इसका फसलों में फायदा है। डाॅ. डबास का कहना है कि बरसात से फसलों व पेड़-पौधों पर जमी धूल भी साफ होगी। बरसात फसलों में खाद का काम करेगी। उनका कहना है कि अभी कुछ समय ऐसा ही मौसम रह सकता है।
कुरुक्षेत्र (हप्र) : सोमवार को पूरा दिन बूंदाबांदी और दिन भर बादल छाए रहने के कारण मौसम में ठंडक बढ़ गई। अधिकतम तापमान 15 डिग्री व न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय में बरसात होने से गेहूं की फसल को फायदा होगा। किसान कृष्ण, रामकुमार, सुनील ने कहा कि गेहूं के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। जितनी मौसम में ठंडक होगी, फसल के लिए उतनी ही फायदेमंद है। बरसात से फसलों को बहुत लाभ मिलेगा साथ ही किसानों को गेहूं, गन्ने की फसलों में फिलहाल पानी देने की जरूरत नहीं।
इसके अलावा बरसात के इस पानी से गेहूं, चना, आदि फसलों को नाइट्रोजन सहित अन्य सभी जरूरी पोषक तत्त्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गये जो फसल के लिए बहुत लाभदायक हैं। गुरुकुल कुरुक्षेत्र के कृषि फार्म पर खड़ी गेहूं, चना, आलू, गन्ना सहित अन्य सभी सब्जियों की फसलों पर इस हल्की बरसात का खास प्रभाव नजर आ रहा है, फसलें खूब लहलहा रही है।

Advertisement

धुंध की जताई संभावना
फतेहाबाद (हप्र) : क्षेत्र में सोमवार तड़के चार बजे से शुरू हुई बूंदाबांदी शाम चार बजे तक चली। बूंदाबांदी के साथ हवाएं चलने से शीत लहर की शुरुआत हो गई है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि 24 दिसंबर से 26 दिसंबर तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा उत्तरी व उत्तरपश्चिमी ठंडी हवाएं हल्की गति से चलने से रात्रि तापमान में गिरावट आने की संभावना है। इस दौरान राज्य के कुछ एक क्षेत्रों में अलसुबह धुंध या स्मॉग रहने की संभावना है। परंतु 26 दिसंबर रात्रि से एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य के मौसम में फिर से बदलाव संभावित है।

Advertisement
Advertisement