For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

पंजाब को हर क्षेत्र में बनाएंगे नंबर एक : मान

10:07 AM Jul 07, 2025 IST
पंजाब को हर क्षेत्र में बनाएंगे नंबर एक   मान
संगरूर में रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया एवं अन्य मंत्री। -निस
Advertisement

संगरूर, 6 जुलाई (निस)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को जनहित और विकासोन्मुखी नीतियों के माध्यम से पंजाब को हर क्षेत्र में नंबर एक राज्य बनाने का संकल्प लिया। नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एन ए एस) में पंजाब के बेहतरीन प्रदर्शन के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कठोर प्रयासों के कारण आज पंजाब इस सर्वेक्षण में प्रथम स्थान पर है, जबकि वर्ष 2017 में पंजाब 17वें स्थान पर था। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता होते हैं और उन्होंने पंजाब को नंबर एक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के चलते पंजाब आज हर क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल कर रहा है, चाहे वह शिक्षा हो या कोई अन्य क्षेत्र।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि वे छात्रों को पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराएं क्योंकि यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह समय की जरूरत है कि विद्यार्थी अपनी जड़ों से जुड़े रहें और जीवन में ऊंचाइयों को छुएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के संयुक्त प्रयासों के कारण आज शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे क्षेत्र देश की राजनीति के केंद्र में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी राजनीतिक पार्टी ने इन मुख्य क्षेत्रों की चिंता नहीं की थी, जबकि ये आम आदमी के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का हर कदम आम आदमी की भलाई के लिए है और इस नेक कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। इस मौके पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, अमन अरोड़ा, हरजोत सिंह बैंस, बरिंदर गोयल व अन्य मौजूद रहे।

Advertisement

मनीष सिसोदिया ने कहा

अपने संबोधन में वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश में शिक्षा माफिया के राज में सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक सपना ही बनकर रह गई थी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के समय शिक्षा का क्षेत्र इसलिए पिछड़ गया क्योंकि उन सरकारों ने अफसरशाही और नेताओं द्वारा संचालित निजी स्कूलों को बढ़ावा दिया था।

Advertisement
Advertisement
Advertisement