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इंसाफ की लड़ाई में न पीछे हटे हैं, न हटेंगे

12:36 PM Jun 06, 2023 IST
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सोनीपत/ नयी दिल्ली, 5 जून (हप्र/एजेंसी)

भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे पहलवानों ने पीछे हटने की खबरों को खारिज करते हुए कहा है कि इंसाफ मिलने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘इंसाफ की लड़ाई में न हम में से कोई पीछे हटा है और न हटेगा।’

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तीन जून की रात गृहमंत्री अमित शाह से प्रदर्शनकारी पहलवानों की मुलाकात और साक्षी मलिक द्वारा रेलवे में अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से मीडिया में उनके आंदोलन से पीछे हटने की अटकलें लगाई जा रहीं थी। साक्षी ने गृहमंत्री से मुलाकात को लेकर मीडिया से कहा, ‘हमारी सामान्य बातचीत हुई और कोई अंतिम समाधान नहीं निकला। हमारी मांग आखिर तक यही रहेगी कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिये।’

बजरंग पूनिया ने ट्वीट किया, ‘आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफवाह हैं। ये खबरें हमें नुकसान पहुंचाने के लिये फैलाई जा रही हैं। हम न पीछे हटे हैं और न ही आंदोलन वापस लिया है। महिला पहलवानों की एफआईआर वापस लेने की खबर भी झूठी है।’

इस बीच, विनेश फोगाट ने ट्वीट किया, ‘महिला पहलवान किस ट्रॉमा से गुजर रही हैं, इस बात का अहसास भी है फर्जी खबर फैलाने वालों कोzwj;?’ उन्होंने लिखा, ‘कमजोर मीडिया की टांगें हैं जो किसी गुंडे के हंटर के आगे कांपने लगती हैं, महिला पहलवान नहीं।’

रेलवे की जिम्मेदारी भी निभा रही हूं : साक्षी

साक्षी ने कहा, सत्याग्रह के साथ मैं रेलवे में अपनी जिम्मेदारी भी निभा रही हूं। मैं रेलवे में ओएसडी हूं और मेरी बहुत सारी जिम्मेदारियां हैं, जब तक आंदोलन नहीं चल रहा है और हम रणनीति बना रहे हैं, तब तक मैं यहां अपना काम देख रही हूं। नाबालिग लड़की के बयान वापस लेने की खबरों पर उन्होंने कहा, ‘यह फेक न्यूज है।’

नौकरी का डर मत दिखाइये : पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कहा कि कोई उन्हें नौकरी छिनने का डर न दिखाये, क्योंकि उसे छोड़ने में भी वे नहीं हिचकिचायेंगे। सोमवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि विरोध कर रहे कुछ पहलवानों ने रेलवे में अपनी नौकरी से जुड़ने के साथ प्रदर्शन खत्म कर दिया। बजरंग और विनेश ने एक साथ ट्विटर पर लिखा, ‘हमारे मेडलों को 15-15 रुपये के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गये हैं। हमारी जिंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज है। अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए।’

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