बारिश से सड़कों पर जलभराव परेशानी में फंसे वाहन चालक
यमुनानगर, 7 जुलाई (हप्र)
यमुनानगर में आधे घंटे की वर्षा से नगर निगम के सारे दावे फेल साबित हुए। मात्र आधे घंटे की वर्षा के चलते शहर के ग्रीन पार्क, चुना भट्टी रोड, ओपी जिंदल पार्क, रोड लाजपत नगर, आजाद नगर में पानी सड़कों पर आ गया। यमुनानगर की सड़कों पर कई फुट पानी बहता देखा, ऐसे लग रहा था जैसे यह कोई छोटी-छोटी नदियां हो। वास्तव में इन इलाकों में पानी निकासी का उचित प्रबंध नहीं है। जिसके चलते हर साल लोगों को कई तरह की दिक्कत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पानी निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने व अपग्रेड करने के लिए कई बार प्रोजेक्ट बने लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ। इसके कारण इन इलाकों में थोड़ी सी वर्षा के बाद सड़कों पर जलभराव हो जाता है और पानी लोगों के घरों में घुस जाता है।
यमुनानगर जिले के नालों की सफाई व्यवस्था के दावे भी इस बरसात ने फेल कर दिए, क्योंकि आधे घंटे की वर्षा के बाद शहर की अधिकांश सड़कों पर पानी नजर आ रहा था। जिसमें कई वाहन फंसे हुए थे। कई दोपहिया वाहन इस पानी में गिर गए और चोटिल हुए। ऐसे हालात होने के बावजूद नगर निगम को लोगों की परेशानी से कोइ्र मतलब नहीं है। मानसून की बारिश अभी ओर आने वाली है, जिससे आने वाले समय में लोगों को और ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यमुनानगर ग्रीन पार्क वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान देवेंद्र मेहता का कहना है कि नालों की सफाई के दावे भी इस बरसात ने फेल कर दिए क्योंकि शहर की अधिकांश सड़कें पर जलभराव था। नगर निगम को ऐसे हालात से निपटने के लिए कदम उठाने होंगे।
खेतों में बाढ़ जैसे हालात
फतेहाबाद (हप्र) : शनिवार रात से लेकर रविवार तड़के तक रुक-रुककर बारिश होती रही, जिसके कारण शहर में जलभराव की समस्या पैदा हो गयी, वहीं खेतों में बाढ़ जैसे हालात बन गये। नरमा की फसल को नुकसान होने की आशंकाएं बन गई हैं। जवाहर चौक, मेन बाजार, धर्मशाला रोड, अनाज मंडी, भट्टू रोड, अनाज मंडी के पीछे, नागरिक अस्पताल, कबीर बस्ती में सड़कें नहरें बनी दिखीं। सबसे ज्यादा परेशानी बाजारों में और अस्पताल में आने जाने वाले लोगों को हुई। अस्पताल में दो-दो फुट पानी भरा रहा। घग्गर नदी में एक बार फिर पानी बहना शुरू हो गया है। जाखल क्षेत्र से गुजर रही घग्गर में बरसात का पानी बहने से किसानों के चेहरे पर रौनक बढ़ गई है। धान उत्पादक किसानों को पूरा फायदा हो रहा है। किसान बस अब यही दुआ कर रहे हैं कि पिछले वर्ष की भांति घग्घर विकराल रूप धारण न करे। प्रशासन भी अब घग्गर के जलस्तर पर नजर रखे हुये है।