जलस्तर कम, तटबंध के अंदर खेती करने वाले किसान परेशान
पानीपत, 27 मई (हप्र)
पानीपत जिला में यमुना के तटबंध के अंदर हजारों एकड़ में विभिन्न गांव राणा माजरा, पत्थरगढ, नवादा, तामशाबाद, सनौली खुर्द, नन्हैड़ा व अधमी आदि के किसान सब्जियों की खेती करते हैं। यमुना में पानी का जल स्तर ठीक चलता रहे तो किसानों को सब्जियों में ज्यादा पानी देने की जरूरत नहीं पड़ती और यमुना के पानी की नमी से ही किसानों का काम चल जाता है।
लेकिन इस बार भीषण गर्मी के चलते यमुना में जलस्तर नाम मात्र ही रह गया है, जिसके चलते तटबंध के अंदर सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को अब अपनी सब्जियों व तरबूज आदि में पानी देने के लिये इंजन वाले ट्यूबवैल लगाने पड़ रहे हैं।
किसान मेहरदीन, करूमुदीन, सतपाल, राममेहर, रामपाल, नवाब व सलीम आदि का कहना है कि यमुना का जलस्तर बहुत कम होने से उनको अब दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि यमुना का जल धारा कम होने पर इसके साथ लगते गांव में भू जल स्तर भी कई फीट तक कम हो गया है।
ताजेवाला हैड से यमुना में पानी छोड़ने की मांग
यमुना सुधार समिति के प्रदेशाध्यक्ष रतन सिंह रावल एडवोकेट, संजय त्यागी सरपंच, प्रदीप रामड़ा सरपंच व राजदीप सरपंच आदि ने कहा कि किसानों के साथ-साथ यमुना के आसपास रहने वाले हजारों जीव-जंतु भी यमुना नदी के पानी पर ही निर्भर रहते है। इसलिये सरकार से मांग है कि ताजेवाला हैड से यमुना में ज्यादा पानी छोड़ना चाहिये। वहीं गंगा दशहरा भी अब आने वाला है और गंगा दशहरे पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु यमुना में स्नान करने आते है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही यमुना में ज्यादा पानी छोड़ना शुरू नहीं किया तो आसपास के गांव की महापंचायत बुलाकर आगामी आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जाएगी।