जल-थल, जनता पानी-पानी
दैनिक ट्रिब्यून टीम
चंडीगढ़/मोहाली/शिमला, 9 जुलाई
उत्तर भारत के कई हिस्साें में शनिवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने कई साल के रिकॉर्ड तोड़ दिये। रविवार को दिल्ली-एनसीआर से लेकर हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हो गये। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गयी। कुछ क्षेत्रों में लोग घरों में कैद हो गये। हालात को देखते हुए हिमाचल, चंडीगढ़, पंचकूला, अम्बाला में सोमवार-मंगलवार और दिल्ली, मोहाली में सोमवार को स्कूल बंद रखने का फैसला किया गया है। उत्तर रेलवे ने रविवार को 17 ट्रेनें रद्द कर दी, अन्य 12 के मार्ग परिवर्तित किये गये।
हरियाणा में कैथल शहर की सड़कें, चौराहे और मोहल्ले जलमग्न हो गये। अम्बाला शहर की थोक कपड़ा बाजार की कई दुकानों में पानी भर गया। नेशनल हाईवे 152डी अम्बाला-हिसार मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया है। गुरुग्राम में बाढ़ जैसे हालात दिखे। दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे, द्वारका एक्सप्रेस-वे समेत सभी सड़कें पानी में डूबी रहीं। पानीपत भी पानी-पानी हो गया, हैंडलूम मार्केट डूबी नजर आयी। वहीं, यमुना उफान पर है और हथिनी कुंड बैराज से करीब 1.90 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह पानी हरियाणा के कई जिलों सहित दिल्ली के निचले इलाकों को प्रभावित कर सकता है। दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
उधर, पंजाब के फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, रूपनगर और पटियाला में जलभराव से सड़कें लबालब रहीं, कई मकानों-दुकानों में भी पानी घुस गया। कई जगह लोगों को सड़क पर गले तक भरे पानी से पार होना पड़ा। कॉलोनियों में खड़ी कारें छत तक डूबी दिखीं। डेराबस्सी की एक सोसायटी में नाव का सहारा लेना पड़ा। कुराली में जवाहर नवोदय विद्यालय के करीब 400 बच्चों को एनडीआरएफ की मदद से निकाला गया।
उत्तराखंड में 8 की गयी जान : उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान रविवार को भूस्खलन के कारण वाहन दुर्घटना और मकान गिरने की घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गयी तथा छह अन्य घायल हो गये। कई मार्ग बंद हो गये। चारधाम यात्रा में भी रुकावट आयी। गंगा सहित प्रदेश की प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। टिहरी गढ़वाल जिले के मुनि की रेती क्षेत्र में तड़के केदारनाथ से लौट रही एक जीप भूस्खलन की चपेट में आकर गंगा नदी में जा गिरी, जिससे उसमें सवार छह श्रद्धालु डूब गये।
मोहाली में ली जाएगी सेना की मदद
मोहाली से हमारे संवाददाता के अनुसार, मोहाली में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बचाव कार्याें के लिए सेना की मदद ली जाएगी। उधर, जिला प्रशासन ने मोहाली जिले में साेमवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल व शिक्षण संस्थानों में अवकाश की घोषणा कर दी है। संगरूर संवाददाता के अनुसार, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की 10 जुलाई को होने वाली परीक्षा रद्द कर दी गई है।
हिमाचल में 7 लोगों की मौत, 700 से ज्यादा सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से भूस्खलन और अन्य घटनाओं में 7 लोगों की जान चली गई। राज्य में सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये और 700 से अधिक सड़कें बंद रहीं। मनाली-चंडीगढ़ मार्ग मनाली के पास धंस गया। कुल्लू-मनाली सड़क कई स्थानों पर अवरुद्ध रही। शिमला-कालका रेल मार्ग पर सभी ट्रेनें रद्द कर दी गईं। पंडोह डैम के फ्लड गेट खोलने से मंडी शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये। वहीं, लाहौल-स्पीति के चंद्रताल में 200 लोग फंसे हुए हैं। राज्य में पर्यटकों और यात्रियों को भारी बारिश के दौरान यात्रा करने से बचने और नदियों के पास न जाने का परामर्श जारी किया गया है। उधर, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक बस भूस्खलन की चपेट में आने से दो यात्रियों की मौत हो गई।
दिल्ली 153, चंडीगढ़ 322 मिमी
दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में 153 मिमी बारिश हुई, जो जुलाई 1982 के बाद एक दिन में हुई सर्वाधिक वर्षा है। चंडीगढ़ और अम्बाला में क्रमश: 322.2 मिमी और 224.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
8 दिन में कोटा पूरा
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के शुरुआती आठ दिनों में देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी-खासी बारिश हुई, जिसने देशभर में वर्षा में कमी की भरपाई कर दी है। मानसून के आगमन के बाद से अब तक 243.2 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य रूप से होने वाली वर्षा 239.1 मिमी से दो प्रतिशत अधिक है। उत्तर भारत में 59 प्रतिशत (सामान्य रूप से होने वाली 125.5 मिमी के मुकाबले 199.7 मिमी) ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है।