युद्ध से कोई समाधान नहीं: मोदी
विएंतियान (लाओस), 11 अक्तूबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूरेशिया और पश्चिम एशिया में यथाशीघ्र शांति एवं स्थिरता की बहाली का आह्वान करते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकल सकता। उन्होंने 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि
मैं बुद्ध की धरती से आता हूं और मैंने बार-बार कहा है कि यह युद्ध का युग नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में चल रहे संघर्षों के कारण सबसे अधिक नकारात्मक रूप से प्रभावित देश ‘ग्लोबल साउथ’ के हैं।
क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता के बीच उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी, समृद्ध और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत पूरे क्षेत्र में शांति तथा प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। दक्षिण चीन सागर में शांति, सुरक्षा और स्थिरता पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हित में है। मोदी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि समुद्री गतिविधियां संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि के तहत संचालित की जानी चाहिए। नौवहन और वायु क्षेत्र की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना आवश्यक है। एक मजबूत और प्रभावी आचार संहिता बनाई जानी चाहिए। इससे क्षेत्रीय देशों की विदेश नीति पर कोई अंकुश नहीं लगना चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय अखंडता और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करना
आवश्यक है।
चीन की खतरनाक गतिविधियों से अमेरिका चिंतित : अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के नेताओं से कहा कि अमेरिका विवादित दक्षिण चीन सागर में बीजिंग की बढ़ती खतरनाक और गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर चिंतित है।
मोदी-ट्रूडो की लाओस में मुलाकात
विएंतियान/ओटावा (एजेंसी) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के उनके समकक्ष जस्टिन ट्रूडो ने लाओस में आसियान शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की। सीबीसी न्यूज के अनुसार, ट्रूडो ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमने जो कुछ बातचीत की उसमें विस्तार से नहीं जाना चाहता, लेकिन मैंने कहा कि कनाडा के लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन को बरकरार रखना किसी भी कनाडाई सरकार की मूलभूत जिम्मेदारी है तथा मैं इसी बात पर अपना ध्यान केंद्रित रखूंगा।’
थाईलैंड की पीएम के साथ व्यापार संबंधों पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाओस की राजधानी में आयोजित पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने तथा सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘थाईलैंड भारत का बहुत ही मूल्यवान मित्र है।... हमें दोनों देशों के बीच रक्षा, जहाजरानी, डिजिटल नवाचार आदि क्षेत्रों में भी काफी संभावनाएं नजर आती हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जापान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ भी बैठक की।