‘समाज को नशा मुक्त बनाने में भागीदारी निभाएं स्वयंसेवक’
जींद (जुलाना),19 मार्च(हप्र)
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद में आयोजित एनएसएस शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में उप सिविल सर्जन (मेंटल हेल्थ एवं नशा मुक्ति कार्यक्रम) डा. रमेश पांचाल ने कहा कि स्वयंसेवक प्रदेश को नशा मुक्त बनाने में अपनी विशेष भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में उन्हें चाहिए कि आसपास गांव, शहर, गली, मोहल्ले, स्कूल, कॉलेज में नशे के प्रति न केवल स्वयं सचेत रहें बल्कि दूसरों को जागरूक करें ताकि हम एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकें। डा.रमेश पांचाल ने छात्र-छात्राओं को तम्बाकू सेवन, बीडी, सिगरेट, हुक्का, गुटखा, जर्दा, खैनी से होने वाली सभी बीमारियां जैसे कि मुंह का कैंसर, गले का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, हार्ट अटैक, लकवा आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोटप्पा एक्ट-2003 के अनुसार कोई भी दुकानदार या व्यक्ति शिक्षण संस्थान, स्कूल, कॉलेज के 100 मीटर के दायरे में बीडी सिगरेट, तम्बाकू नहीं बेच सकता। यह कानूनन जुर्म है।