इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट, 6500 लोग हटाए गए
फ्लोरेस तिमुर, 15 जनवरी (एजेंसी)
इंडोनेशिया के माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी के पिछले कई दिनों से सक्रिय रहने के कारण आसमान में घना धुआं छा गया और आसपास के इलाकों में राख की परत जम गई। फ्लोरेस द्वीप से लगभग 6,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। हालांकि, किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। ईस्ट नुसा तेंगारा प्रांत में गर्म गैस के रिसाव के चलते ज्वालामुखी में लगातार विस्फोट दर्ज किये जा रहे हैं, हाल के दिनों में ये बढ़ गये हैं।
फ्लोरेस तिमुर जिले में 1,584 मीटर ऊंचा यह अकेला ऐसा पहाड़ है जहां ‘जुड़वां ज्वालामुखी'- लेवोटोबी लाकी-लाकी और लेवोटोबी पेरेम्पुआन, हैं। इस ज्वालामुखी में रविवार से अब तक 40 बार विस्फोट दर्ज किये जा चुके और इस दौरान 500-1500 मीटर ऊंचाई तक राख उड़ती नजर आई। अधिकारियों ने चेतावनी जारी कर मंगलवार को ज्वालामुखी के उच्चतम स्तर पर बढ़ने की आशंका जताई है, जिसके बाद आस-पास के गांवों के लोग या तो अपने रिश्तेदारों के यहां चले गये हैं या फिर आश्रय केंद्रों में शरण ली हुई है। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे विस्फोट क्षेत्र के चार किलोमीटर के दायरे से दूर रहें और इस बात का भी ध्यान रखें कि तेज बारिश होने पर ठंडा लावा नदियों की ओर बहकर आ सकता है।
लेवोटोबी ज्वालामुखी, 27 करोड़ की आबादी वाले इंडोनेशिया में सक्रिय 120 ज्वालामुखियों में से एक है। इससे एक दिन पहले, रविवार को इंडोनेशिया के सुमात्रा प्रांत में माउंट मरापी ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था।