Vinesh Phogat: विनेश फोगाट ने दिया रेलवे से इस्तीफा, पुनिया के साथ खड़गे से मुलाकात की
चंडीगढ़, 6 सितंबर (ट्रिन्यू)
Vinesh Phogat: पहलवान विनेश फोगाट ने भारतीय रेलवे से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के पीछे उन्होंने निजी कारण बताए हैं। हालांकि चर्चा है कि वह हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। विनेश फोगाट व बजरंग पुनिया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है। खड़गे ने यह जानकारी अपने एक्स हैंडल पर दी।
चक दे इंडिया, चक दे हरियाणा!
दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाले हमारे प्रतिभाशाली चैंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से 10 राजाजी मार्ग पर मुलाक़ात।
हमें आप दोनों पर गर्व है। pic.twitter.com/aFRwfFeeo1
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 6, 2024
खड़गे ने विनेश व पुनिया के साथ की फोटो भी एक्स पर शेयर की और लिखा, चक दे इंडिया, चक दे हरियाणा! दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले हमारे प्रतिभाशाली चैंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से 10 राजाजी मार्ग पर मुलाक़ात। हमें आप दोनों पर गर्व है।
इस मुलाकात के बाद यह माना जा रहा है कि विनेश को कांग्रेस चुनाव मैदान में उतार सकती है। वहीं विनेश ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा ‘भारतीय रेलवे की सेवा करना मेरे जीवन का यादगार और गर्व से भरा समय रहा।' उन्होंने आगे लिखा ,‘मैने रेलवे की सेवा से खुद को अलग करने का फैसला किया है और भारतीय रेलवे के संबंधित अधिकारियों को अपना इस्तीफा भेज दिया है।'
भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है।
जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं… pic.twitter.com/HasXLH5vBP
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) September 6, 2024
विनेश ने लिखा, ‘मैं रेलवे द्वारा देश की सेवा करने का मौका दिये जाने के लिये सदैव भारतीय रेलवे परिवार की आभारी रहूंगी।' विनेश ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलो के स्वर्ण पदक के मुकाबले से ठीक पहले अयोग्य करार दिये जाने के कारण कुश्ती से संन्यास ले लिया था । उनकी अपील को खेल पंचाट ने खारिज कर दिया था।
बता दें, विनेश व पुनिया ने खड़गे से मिलने से पहले कुछ दिन पूर्व राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। पुनिया और फोगाट उन पहलवानों में शामिल थे जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिन पर उन्होंने युवा महिला पहलवानों को परेशान करने का आरोप लगाया था।