फैसले के खिलाफ ग्रामीणों ने दिया धरना
जींद (जुलाना), 13 अप्रैल (हप्र)
निडाना और ललितखेड़ा गांवों के लोगों को जुलाना उपमंडल में शामिल होना स्वीकार नहीं है। जुलाना उपमंडल में शामिल करने के विरोध में दोनों गांवों के लोगों ने गोहाना नेशनल हाईवे पर एनएच 152डी के फ्लाईओवर के नीचे धरना शुरू कर दिया। धरने की अध्यक्षता ललित खेड़ा गांव के सरपंच जोगेंद्र ने की। धरने पर ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। सरपंच जोगिंद्र, सुरेंद कुमार, कुलबीर, भूपेंद्र आदि ने बताया कि ललित खेड़ा और निडाना गांवों का नजदीकी जुड़ाव जींद से है। इन गांवों के लोगों के लिए जींद आना-जाना बहुत आसान है, जबकि जुलाना आना-जाना बेहद मुश्किल। इसी कारण दोनों गांवों के लोग शुरू से ही जुलाना उपमंडल में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं। शनिवार को धरने पर नंबरदार अनिल मलिक ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा शांतिपूर्ण धरना शुरू किया गया है। यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आगे की योजना बनाई जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि निडाना, ललितखेड़ा और भैरोखेड़ा गांवों को जींद उपमंडल से निकालकर जुलाना उपमंडल में मिलाए जाने के प्रस्ताव के विरोध में ग्रामीण डीसी से मिले थे और इन गांवों को जींद तहसील में ही जोड़े रखने की मांग की थी। इसके बावजूद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। नंबरदार अनिल मलिक ने कहा कि जींद से ग्रामीणों की पहुंच काफी आसान है। जींद इन गांवों से महज 14 किलोमीटर पड़ता है, जबकि जुलाना पहुंचना मुश्किल है। जुलाना जाने के लिए गांवों के अंदर से होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।