विरोध में ग्रामीणों ने सड़क पर बैठ किया रोड जाम
पिंजौर, 9 नवंबर (निस)
पिंजौर रायतन क्षेत्र के दर्जनों गांवों को चंडीगढ़-शिमला एनएच से जोड़ने वाली अमरावती-रायपुर रोड पर टूटे अमरावती पुल की मरम्मत होने तक पुल के समीप बड़े वाहनों की एंट्री पर अस्थाई तौर पर प्रतिबंध लगाने के लिए ओवर हाईट बेरीकेड्स लगाए गए थे लेकिन अभी तक बेरीकेड्स न हटाए जाने के विरोध में इलाका बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों एवं ग्रामीणों ने सड़क पर ही धरने पर बैठकर रोड जाम कर दिया जो देर शाम तक चला। इन बेरीकेड्स से अमरावती एवं रायतन क्षेत्र आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस अवसर पर जजपा पूर्व जिलाध्यक्ष भाग सिंह दमदमा, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि गुरचरण अम्बका, भीम सेन सरपंच ढालूवाल, गुरदेव सरपंच चिक्कन, हरविंदर, राजेंद्र, बिल्ला, बिल्लू चिक्कन, दीपी राउवाला, सेंटी, नीतीश, रवि, गोलू रायपुर, लक्की दमदमा, निर्मल दमदमा, प्रीता नंदपुर, विक्की, मनी पतन, मनीष अंबका, कुलदीप सहित अन्य ग्रामीण भी धरने पर बैठे। धरने पर बैठे लोगों को समझाने के लिए अमरावती पुलिस चौकी इंचार्ज प्रताप सिंह, थाना प्रभारी पिंजौर कर्मवीर सिंह, चंडीमंदिर थाना प्रभारी ललित कुमार पुलिस बल सहित पहुंचे।
दरअसल बेरीकेड्स लगने से दून क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लिए रोडवेज बसों, ट्रैक्टर, स्कूल बसों, ट्रकों आदि वाहन चालकों और अन्य लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि गत जुलाई की बरसात में कौशल्या नदी में आई बाढ़ में अमरावती पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। तब अस्थाई तौर पर ओवर हाइट बेरीकेड्स लगाकर पुल का आधा भाग छोटे वाहनों के लिए खोला गया था। अब पुल की मरम्मत हो चुकी है। इससे पूर्व ग्रामीणों ने गत सोमवार को भी रोष प्रकट कर प्रशासन को चेतावनी दी थी कि 2 दिनमें बेरीकेड्स न हटाए तो वे रोड जाम कर देंगे। देर शाम को एसडीएम कालका रुचि सिंह बेदी, नायब तहसीलदार विजेन्द्र गिल ग्रामीणों से बात करने पहुंचे।