एसटीपी का निर्माण रोकेंगे नूरपुर के ग्रामीण
गुरुग्राम, 11 सितंबर (हप्र)
गांव नूरपुर के लोगाें ने शनिवार को पंचायत कर किसी भी हालत में गांव में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) नहीं बनने देने का निर्णय लिया। इसी विषय को लेकर पुनः आसपास के 12 गांवों की पंचायत भी रविवार को बुलाई गई है। इस पंचायत में आगे की रणनीति तैयार की जाएगी ताकि यहां प्रस्तावित एसटीपी को बनने से रोका जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि एसटीपी बनने से गांव की आबोहवा प्रभावित होगी।
पूर्व सरपंच अतर सिंह व जिला पार्षद राकेश सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में हुई पंचायत में फैसला लिया गया कि किसी भी हालत में यह एसटीपी नहीं लगने दिया जाएगा। इसे रुकवाने के लिए अगर ग्रामीणों को जेल भी जाना पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि जब गंदा पानी बोहड़कलां का है तो एसटीपी भी उसी गांव में बनाया जाना चाहिए। पिछले लंबे समय से गांव बोहड़कलां में सीवर के पानी की निकासी एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
प्रशासन ने बोहड़ाकलां के गंदे पानी की निकासी के लिए नूरपुर गांव में जगह खरीद कर यहां एसटीपी बनाने को मंजूरी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि जो जगह एसटीपी बनाने के लिए ली गई है वह बस्ती के बिल्कुल समीप है। प्रशासन ने नूरपुर गांव में 17 कनाल जगह एसटीपी बनाने के लिए ली है। इस जगह को एक्वायर कर इस पर एसटीपी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
दर्जनभर गांवों की पंचायत आज
इससे पूर्व गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री, विधायक व प्रशासन को इसे रोकने के लिए मिन्नतें कीं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो गांव के लोगों ने अपने स्तर पर ही एसटीपी का निर्माण रुकवाने का बीड़ा उठा लिया। रविवार को बिलासपुर, माजरा, राठीवास, बिनौला सहित दर्जनभर गांवों की पंचायत कर आगे का फैसला लिया जाएगा।