विज का बिजली शिकायत केंद्र पर छापा, बोले-कंप्लेंट का तय समय में हो निपटान
रोहतक, 2 फरवरी (निस)
बिजली मंत्री अनिल विज ने रविवार को शहर में बिजली निगम के मुख्य कार्यालय में स्थित शिकायत केंद्र पर छापा मारा और यहां पर शिकायतों का निपटारा किए जाने की कार्रवाई की जांच की। इस दौरान बिजली मंत्री ने बिजली निगम अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्धारित समय में उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान होना चाहिए।
उन्होंने बिजली निगम अधिकारियों के सामने ही उपभोक्ताओं से बात की और उनकी शिकायतों पर की गई कार्रवाई की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर 24 घंटे बीतने के बाद भी हल नहीं होने पर एसई को जांच कर संबंधित स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने निगम एसई मनिंदर कादयान को निर्देश देते हुए कहा कि जो शिकायतें 4 घंटे से ज्यादा समय तक हल नहीं हुई हैं, उनकी जांच करते हुए संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण लिया जाए और रिपोर्ट उनके पास भेजी जाए। इसके अलावा निर्देश दिए कि बिजली के पोल कहीं भी नाले, नालियों और तथा रास्तों के बीच नहीं होने चाहिएं। यदि कहीं इस तरह से कोई पोल है तो उसको तुरंत प्रभाव से हटाकर उचित जगह पर लगाया जाए। उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। बिजली मंत्री द्वारा अचानक की गई छापेमारी से विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मचा रहा।
बोले-अरविंद केजरीवाल झूठ बोलकर दहशत फैलाना चाहते : दिल्ली में यमुना के पानी को लेकर चल रहे विवाद को लेकर परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झूठ बोलकर दहशत फैलाना चाहते हैं, जबकि दहशत फैलाना भी एक अपराध है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज है और वे जमानत पर जेल से बाहर हैं। दिल्ली सरकार के कई मंत्रियों पर भी भ्रष्टाचार के केस हैं और भ्रष्टाचार के आरोपी को कोई वोट नहीं देता है।
पूर्व मेयर मनमोहन गोयल का जाना हाल
परिवहन मंत्री अनिल विज पूर्व मेयर मनमोहन गोयल के घर पर पहुंचे और उनका हाल-चाल जाना और जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस दौरान गोयल ने परिवहन मंत्री को बताया कि महाकुंभ में स्नान करने के लिए गए थे, आते वक्त उनका अचानक पैर फिसल गया, जिसे पैर में चोट आई है, लेकिन अब वे पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं।
बजट को सराहा
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि आम बजट में साधारण आदमी का ध्यान रखा गया है। किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट तीन लाख रुपए से बढ़ाकर पांच लाख कर दी गई है। इससे किसान और अधिक खुशहाल होगा। उन्होंने कहा कि एक लाख रुपए मासिक आय वाले को कर मुक्त किया गया है, जिसमें नौकरीपेशा के साथ-साथ अन्य कोई काम करने वाले भी शामिल होते हैं, उनको बहुत बड़ी राहत मिली है।