VIdeo : एक विदेशी बच्चे का Organ donation प्रॉस्पर की कहानी जिसने चार जीवन बदल दिए
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 29 अक्तूबर
PGI Chandigarh चंडीगढ़ में एक प्रेरणादायक घटना घटी, जब 2 साल का केन्याई बच्चा प्रॉस्पर, अपने छोटे से जीवन में एक विशाल परिवर्तन लेकर आया। यह कहानी सिर्फ एक बच्चे की नहीं, बल्कि एक परिवार की है जिसने अपने दुःख को साझा करते हुए, दूसरों के लिए जीवन का एक नया अवसर बनाया।
17 अक्तूबर को प्रॉस्पर को एक दुर्घटना में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें तुरंत PGIMER में भर्ती कराया गया। दुखद रूप से, 26 अक्टूबर को उन्हें मस्तिष्क मृत घोषित कर दिया गया। इस मुश्किल समय में प्रॉस्पर के परिवार ने साहस का परिचय देते हुए अंगदान का निर्णय लिया, जिससे चार लोगों को जीवन का नया अवसर मिला।
प्रॉस्पर की मां, जैकलिन डायरी, ने भावुक होकर कहा कि “जब हमारे दिल टूट जाते हैं, तो यह जानकर सांत्वना मिलती है कि प्रॉस्पर के अंग दूसरों को जीवन देंगे। यह दया का कार्य हमारे लिए उसके जीवन को जीवित रखने का एक तरीका है।”
पीजीआई के निदेशक, प्रो. विवेक लाल, ने इस मामले को अंगदान के महत्व का उदाहरण बताते हुए कहा, “प्रॉस्पर के परिवार का निर्णय हमें सिखाता है कि सबसे कठिन समय में भी दया और सहानुभूति की ताकत होती है।” प्रॉस्पर के अंगों का सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण पीजीआई की चिकित्सा टीम की मेहनत और समर्पण का परिणाम था।
Donation of body organs. pic.twitter.com/ATZP1XXx9o
— Kalyan S Bhainsora (@KSbhainsora) October 29, 2024
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, प्रो. विपिन कौशल, ने बताया कि सभी प्रक्रियाएं विधिक आवश्यकताओं के अनुसार की गईं, जिसमें केन्या उच्च आयोग से अनुमति भी शामिल थी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रॉस्पर के कॉर्नियाओं के माध्यम से दो अंधे व्यक्तियों को दृष्टि पुनः प्राप्त होगी, जो दाता परिवार की महानता का प्रमाण है।
PGI में किडनी प्रत्यारोपण के प्रमुख, प्रो. आशीष शर्मा, ने कहा कि छोटे दाताओं के साथ काम करना एक चुनौती है, लेकिन परिवार की इच्छा ने उन्हें प्रेरित किया। पादरी ने भी इस परिवार की दया को सराहा, जो मृत्यु के बाद भी जीवन को निरंतरता प्रदान कर रहा है।
प्रॉस्पर की कहानी न केवल अंगदान के महत्व को उजागर करती है, बल्कि यह यह भी दिखाती है कि कैसे एक छोटे से बच्चे का उदारता का कार्य कई जिंदगियों को सकारात्मक दिशा दे सकता है। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि कठिन समय में भी प्रेम और दया की शक्ति से जीवन को बदला जा सकता है।