Video: शिमला के रिज पर साइकिल चलाने तक की अनुमति नहीं, दौड़ते नजर आए ट्रक
शिमला, 30 नवंबर (ट्रिन्यू)
Shimla Ridge: हिमाचल प्रदेश में विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में "समोसा और केक" विवाद सुर्खियों में था, और अब शिमला के ऐतिहासिक रिज (The Ridge) पर भारी ट्रकों की मौजूदगी ने स्थानीय निवासियों को नाराज कर दिया है। दरअसल, इस रिज पर साइकिल चलाने की भी अनुमति नहीं है, लेकिन यहां ट्रक दौड़ते नजर। इसका वीडियो वायरल हुआ तो लोगों ने गुस्सा फूट पड़ा।
100 साल पुराना रिज वाहनों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां केवल एंबुलेंस जैसी आवश्यक सेवाओं को ही अनुमति है, लेकिन हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में दो भारी ट्रकों को ऐतिहासिक चर्च के पास खड़ा दिखाया गया। इस घटना ने स्थानीय लोगों और विपक्षी दलों में गुस्सा भर दिया है।
शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर और सीपीआई (एम) के नेता टिकेंद्र सिंह पंवार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए गृह विभाग, पुलिस अधिकारियों और ट्रक मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना को लेकर सरकारी एजेंसियों की कड़ी आलोचना की।
पंवार ने कहा, "हाई कोर्ट ने रिज पर किसी भी गतिविधि पर रोक लगाई है, लेकिन इसके बावजूद सरकारी एजेंसियां यहां व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रही हैं। यह क्षेत्र अब दिल्ली के 'दिल्ली हाट' जैसा बनता जा रहा है।" उन्होंने शिमला के निवासियों से इस मुद्दे पर आवाज उठाने की अपील की।
मेयर ने किया दौरा
शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने शुक्रवार को रिज का दौरा किया और अवैध स्टालों को हटाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा, "रिज के नीचे एक बड़ा पानी का टैंक है। इस क्षेत्र पर भारी वाहन या गतिविधियां क्षेत्र की नींव को कमजोर कर सकती हैं।"
स्थानीय निवासियों ने चिंता जताई
स्थानीय निवासियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, "ट्रकों को रिज पर आने की अनुमति किसने दी?" वहीं, दूसरे ने कहा, "यह पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना है।"
क्या है रिज की समस्या?
शिमला का रिज न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि इसकी नींव कमजोर है। इस क्षेत्र का रिवोली थिएटर और आइस स्केटिंग रिंक की ओर झुकाव स्पष्ट है। ट्रकों जैसी भारी गतिविधियों से यह संरचना गंभीर संकट में पड़ सकती है।